नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक के बाद एक बड़ी सफलताएं अर्जित कर रहा है. चाँद पर गहरी रिसर्च करने के बाद अब इसरो इस पर घर बनाने की तैयारियों में जुटा हुआ है. इसरो ने चांद पर इग्लू बनाने पर काम शुरू कर दिया है. इसके लिए रोबॉट्स और 3D प्रिंटर्स भेजे जाएंगे और चांद की मिट्टी और अन्य मटीरियल्स का इस्तेमाल किया जाएगा. बुधवार को इस बारे में केंद्र सरकार ने लोकसभा में जानकारी दी. तेलंगाना राष्ट्र समिति के सांसद सुमन बालका द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि इसरो दूसरे संस्थानों के साथ मिलकर चंद्रमा पर बसावट के बारे में ढांचों के साथ प्रयोग कर रहा है.बता दें कि अंतरिक्ष विभाग प्रधानमंत्री कार्यालय के तहत ही आता है. इससे संबंधित एक और प्रश्न का जवाब देते हुए जितेंद्र सिंह ने कहा कि भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए चंद्रमा पर बसने के लिहाज से कई तरह के विकल्पों पर शोध हो रहा है. इसरो ने चंद्रमा पर अपना पहला मिशन चंद्रयान-1 साल 2008 में लांच किया था और चंद्रयान-2 को चांद पर भेजने की तैयारी चल रही है. इसे इसी साल अप्रैल या अक्टूबर में चंद्रमा पर भेजा जाएगा. भारतीय महिला ने अंटार्टिका 403 दिन बिताकर, रचा कीर्तिमान बैलेस्टिक मिसाइल धनुष का सफल परीक्षण जरूरत पड़ी तो सोशल मीडिया मंचों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी : सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री