नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने आज यानी शुक्रवार (10 फरवरी) की सुबह 9.18 बजे अपने सबसे छोटे रॉकेट SSLV को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित कर दिया है. इसका रॉकेट का नाम है, स्मॉल स्टैलाइट लॉन्च व्हीकल (SSLV). इसमें अर्थ ऑब्जरवेशन सैटेलाइट EOS-07 भेजा जा रहा है. यह 156.3 किलोग्राम का है. इसके साथ ही अमेरिका का 10.2 किलोग्राम का जानुस-1 (Janus-1) सैटेलाइट भी जा रहा है. इसके साथ ही भारतीय स्पेस कंपनी स्पेसकिड्स का AzaadiSAT-2 भी अंतरिक्ष में जा रहा है. जिसका वजन लगभग 8.7 किलोग्राम है. ख़ास बात ये है कि, AzaadiSAT-2 को देश के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली 750 लड़कियों ने मिलकर तैयार किया है. इसमें स्पेसकिड्ज के वैज्ञानिकों ने उनकी सहायता की है. बता दें कि, इससे पहले 7 अगस्त 2022 को इसी रॉकेट से 2 सैटेलाइट छोड़े गए थे. ये थे EOS-02 और AzaadiSAT थे. किन्तु, अंतिम चरण में एक्सेलेरोमीटर में गड़बड़ी होने के कारण दोनों गलत ऑर्बिट में पहुंच गए थे. मगर, पहली बार इस रॉकेट की लॉन्चिंग सफल रही थी. पिछले लॉन्च में हुई गड़बड़ी को लेकर ISRO चीफ एस. सोमनाथ ने कहा था कि केवल दो सेकेंड की गड़बड़ी के कारण रॉकेट ने अपने साथ ले गए सैटेलाइट्स को 356 किमी वाली गोलाकार ऑर्बिट की जगह 356x76 किलोमीटर के अंडाकार ऑर्बिट में डाल दिया था. बता दें कि, SSLV का उपयोग छोटे सैटेलाइट्स की लॉन्चिंग के लिए किया जाता है. यह एक स्मॉल-लिफ्ट लॉन्च व्हीकल है. इसके माध्यम से धरती की निचली कक्षा में 500 KG तक के सैटेलाइट्स को निचली कक्षा यानी 500 किमी से नीचे या फिर 300 किलोग्राम के सैटेलाइट्स को सन सिंक्रोनस ऑर्बिट में भेजा जा सकता है. इस ऑर्बिट की ऊंचाई 500 KM से ऊपर होती है. क्यों पड़ी छोटे SSLV रॉकेट की जरुरत :- दरअसल, SSLV की आवश्यकता इसलिए पड़ी, क्योंकि छोटे सैटेलाइट्स को लॉन्च करने के लिए PSLV के बनने की प्रतीक्षा करनी पड़ती थी और उसमे अधिक खर्च भी होता था. उन्हें बड़े सैटेलाइट्स के साथ असेंबल करके लॉन्च करना पड़ता था. मौजूदा दौर में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छोटे सैटेलाइट्स बहुत अधिक मात्रा में आ रहे हैं और उनकी लॉन्चिंग का मार्केट भी लगातार बढ़ रहा है. इसलिए ISRO ने यह छोटा रॉकेट तैयार किया. SSLV रॉकेट के एक यूनिट पर 30 करोड़ रुपये का खर्च आता है, वहीं PSLV पर 130 से 200 करोड़ रुपये लग जाते थे. ‘Warning! कमजोर दिल वाले न देखें..', नागालैंड के मंत्री ने वीडियो शेयर कर ऐसा क्यों कहा ? शिबू सोरेन को सांस लेने में तकलीफ, फेफड़ों और किडनी में हुआ इन्फेक्शन, अस्पताल में भर्ती दिल्ली: चर्च की ढाई मंजिला इमारत भरभराकर ढही, 3 घायल, राहत और बचाव कार्य जारी