नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) 27 नवंबर को सुबह 9।28 मिनट पर कार्टोसैट-3 सैटेलाइट को प्रक्षेपित करेगा। इस सैटेलाइट को श्रीहरिकोटा में स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से PSLV-C47 के माध्यम से लॉन्च किया जाएगा। पहले इसे 25 नवंबर को लॉन्च करना तय किया गया था। किन्तु, अज्ञात कारणों से इसरो ने इसकी लॉन्चिंग की तिथि को चेंज कर दिया। इसके साथ 13 अमेरिकी सैटेलाइट भी होंगे। इसरो के मुताबिक, कार्टोसैट-3 को 509 किमी ऑर्बिट में स्थापित किया जाएगा। स्पेसफ्लाइट के मुताबिक, इसरो दो और सर्विलांस सैटेलाइट- रीसैट-2 बीआर1 और रीसैट-2 बीआर2 को पीएसएलवीसी 48 और सी 49 रॉकेट के माध्यम से श्रीहरिकोटा से दिसंबर में प्रक्षेपित किया जाएगा। इसरो ने इससे पहले 22 मई को सर्विलांस सैटेलाइट रीसैट-2 बी और एक अप्रैल को एमिसैट (इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस सैटेलाइट) को प्रक्षेपित किया था। एमिसैट डीआरडीओ की दुश्मनों के रडार पर निगाह रखने में सहायता करता है। इस ऑपरेशनल सैटेलाइट को प्रक्षेपित करने में छह महीने की देरी चंद्रयान-2 की वजह से हुई थी। सूत्रों के मुताबिक, इस सैटेलाइट का इस्तेमाल खुफिया जानकारी जुटाने और सीमा पर निगरानी रखने के लिए किया जाएगा। इसरो के एक अधिकारी ने बताया है कि कल सुबह कुल 14 सैटेलाइट को लांच किया जाएगा। मुसाफिरों की सुरक्षा के लिए 1 लाख सीसीटीवी कैमरे और लगाएगी रेलवे, जारी किए टेंडर कौन है NCP विधायक दल का नेता? अजित पवार या जयंत पाटिल अब नहीं रुलाएंगे प्याज के दाम, मिस्र से जल्द आने वाली है 6,090 टन की खेप