नई दिल्ली : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान (इसरो) को पिछले दिनों लॉन्च किए गए सैटेलाइट जीसैट-6ए का संपर्क वैज्ञानिकों से टूटने से झटका लगा है. लेकिन इस असफलता को दूर करने के लिए इसरो अपनी दूसरी नेविगेशन सैटेलाइट आईआरएनएसएस-1एल को 12 अप्रैल को लॉन्च करने की तैयारियों में जुट गया है. आपको जानकारी दे दें कि आईआरएनएसएस-1एल को श्रीहरिकोटा से पीएसएल्वी-सी41 के जरिए लॉन्च किया जाएगा. यह बेकार हो चुकी नेविगेशन सैटेलाइट आईआरएनएसएस-1ए का स्थान लेगी.जो दो साल पहले बंद हो चुकी थी.आईआरएनएसएस-1ए को लोकेशन डाटा प्राप्त करने के लिए लॉन्च किया गया था. बता दें कि गत वर्ष 31 अगस्त को भी इसरो ने बेकार सैटेलाइट की जगह आईआरएनएसएस-1एच को लॉन्च करने की कोशिश की थी.लेकिन सफलता नहीं मिली थी. इस बारे में इसरो के अध्यक्ष डॉक्टर के सिवान ने कहा कि जीसैट-6ए के साथ संपर्क टूटने का प्रभाव आईआरएनएसएस-1एल के लॉन्च पर नहीं पड़ेगा. इसरो की एक टीम जहां जीसैट से दोबारा संपर्क साधने की कोशिश कर रही है.जबकि दूसरी टीम नेविगेशन सैटेलाइट को लॉन्च करने की तैयारियों में लगी हुई है. सैटेलाइट जीसैट-6ए का संपर्क 48 घंटे बाद ही टूटने से वैज्ञानिकों के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. इसे सेना के लिए कम्युनिकेशन सैटेलाइट माना जा रहा था. यह भी देखें नासा की रोबोट मक्खिया मंगल पर अंतरिक्ष में गुम हुआ इसरो का नया सैटेलाइट जीसैट-6ए