रक्षा बंधन एक पारंपरिक हिंदू त्योहार है जिसका भारत में विशेष महत्व है। यह पर्व भाई-बहन के बीच के अटूट प्रेम और समर्पण का प्रतीक है। "रक्षाबंधन" का मतलब है - सुरक्षा का बंधन। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं, और बदले में भाई अपनी बहन की सुरक्षा का वचन देते हैं। आइए इस पूजा से जुड़ी प्रमुख बातों को जानें। रक्षाबंधन की पूजा में शामिल करने वाली वस्तुएं: रक्षाबंधन की पूजा के लिए विशेष थाली तैयार की जाती है जिसमें निम्नलिखित वस्तुएं शामिल होती हैं: रोली अक्षत हल्दी नारियल राखी दीपक मावा से बनी मिठाई या खीर इन वस्तुओं का होना पूजा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि ये समृद्धि और शुभता का प्रतीक हैं और भाई के जीवन में सुख और समृद्धि लाती हैं। रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त: हिंदू पंचांग के अनुसार, रक्षाबंधन इस वर्ष 19 अगस्त को मनाया जाएगा। सावन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि 19 अगस्त को रात 03:43 बजे तक रहेगी, इसके बाद पूर्णिमा तिथि शुरू होगी। रक्षाबंधन के दिन भद्रा का साया रहेगा, इसलिए राखी बांधने का समय सावधानीपूर्वक चुनना चाहिए। इन वास्तु टिप्स से बढ़ता है पैसा गृह-क्लेश से मुक्ति के लिए अपनाएं ये 5 वास्तु टिप्स, घर लौट आएगी खोई हुई खुशियां 19 अगस्त से पहले ही ले आएं इनमें से कोई एक चीज, घर में होगी धनवर्षा