हिंदू धर्म में तुलसी का पौधा अत्यंत पवित्र और शुभ माना गया है। तुलसी को देवी के रूप में पूजनीय माना जाता है, और इसका नाम ‘विष्णुप्रिया’ भी है, क्योंकि यह भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है। जिस घर में तुलसी का पौधा स्थापित किया जाता है और उसकी नियमित पूजा-अर्चना की जाती है, वहां सदैव सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। तुलसी के पौधे के अनेक धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ होते हैं, और इसे घर में लगाने से परिवार के सदस्यों पर देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है। तुलसी लगाने के फायदे 1. धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ: तुलसी को प्रतिदिन जल अर्पित करने और उसकी पूजा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। तुलसी के पौधे से जुड़े अनेक धार्मिक अनुष्ठान और व्रत-त्योहार भी मनाए जाते हैं, जो धार्मिक वातावरण को और अधिक पवित्र बनाते हैं। तुलसी को भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने का माध्यम माना जाता है, जिससे घर में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है। 2. स्वास्थ्य और पर्यावरण संबंधी लाभ: तुलसी का पौधा पर्यावरण को शुद्ध करने में सहायक होता है। यह वातावरण से हानिकारक जीवाणुओं और विषैले तत्वों को दूर करता है। तुलसी के पत्तों में औषधीय गुण होते हैं, जो कई बीमारियों के उपचार में सहायक होते हैं। इसका सेवन सर्दी, खांसी, बुखार आदि में राहत देता है। तुलसी के नियमित सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे शरीर को विभिन्न रोगों से लड़ने में मदद मिलती है। तुलसी कहाँ नहीं लगानी चाहिए 1. मांसाहारी भोजन वाले घर: शास्त्रों में उल्लेख किया गया है कि जिस घर में मांसाहारी भोजन किया जाता है, वहां तुलसी का पौधा नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से तुलसी की पवित्रता भंग होती है, और इसके धार्मिक लाभ नहीं मिलते। तुलसी को सात्विकता और पवित्रता का प्रतीक माना गया है, इसलिए मांसाहार के संपर्क में आने से तुलसी की दिव्यता को हानि पहुँचती है। 2. शराब सेवन वाले घर: जिन घरों में शराब का सेवन होता है, वहां भी तुलसी का पौधा नहीं लगाना चाहिए। शराब को शास्त्रों में अशुद्धता का कारण माना गया है, और इसका सेवन करने वाले घरों में तुलसी की पूजा करना अनुचित माना गया है। तुलसी को भगवान भोलेनाथ और विष्णु की प्रिय मानी जाती है, और उसकी पूजा के लिए घर में सात्विकता और शुद्धता का होना आवश्यक है। शराब सेवन से घर की पवित्रता भंग होती है, जिससे तुलसी की पूजा निष्फल हो जाती है। 3. अन्य कारण: अगर घर में तुलसी की उचित देखभाल नहीं की जा सकती या पौधे की पूजा-अर्चना नियमित रूप से नहीं की जाती, तो ऐसे घरों में भी तुलसी का पौधा नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से तुलसी का अनादर होता है, जो शुभ नहीं माना जाता। तुलसी के पौधे को साफ-सफाई और समर्पण की आवश्यकता होती है। अगर कोई व्यक्ति तुलसी की देखभाल में लापरवाही करता है, तो इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सकता है। तुलसी का पौधा धार्मिक, आध्यात्मिक और स्वास्थ्य संबंधी लाभों से भरपूर है। इसे घर में लगाने से न केवल परिवार को धार्मिक लाभ मिलता है, बल्कि यह पर्यावरण को भी शुद्ध करता है। हालांकि, शास्त्रों में उल्लिखित नियमों का पालन करते हुए तुलसी का पौधा लगाना आवश्यक है। जिन घरों में मांसाहार, शराब का सेवन होता है या जहां पौधे की उचित देखभाल नहीं हो सकती, वहां तुलसी का पौधा लगाने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से फायदे की जगह नुकसान हो सकता है। भाग्यवान होने का संकेत है इस अंग पर तिल कब है भादो का पहला प्रदोष व्रत? जानिए शुभ मुहूर्त और पूजन विधि भाग्यवानों के नाखून पर होता है ऐसा निशान