प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी चीन यात्रा के दौरान वुहान शहर में होने वाले अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलेंगे. दोनों देशों के बीच डोकलाम के आलावा कई मुद्दों के समाधान और पारस्परिक विश्वास पर बात होना है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण फ़िलहाल चीन दौरे पर ही है. चीन के उप विदेश मंत्री कोंग जुआनयू ने यह बयान दिया है. सूत्रों ने कहा कि बैठक में ‘मुद्दों पर आधारित नहीं होगी, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मामलों पर एक-दूसरे के नजरिए को समझने के लिए दोनों नेताओं के बीच एक रणनीतिक चर्चा होगी.’ इसके जवाब में सूत्रों ने यह कहा कि शिखर सम्मेलन भारत-चीन संबंधों को नए सिरे से स्थापित करने पर केंद्रित नहीं है. बीजिंग में चीन के उप विदेश मंत्री कोंग जुआनयू ने कहा, ‘दोनों पक्ष किसी समझौते पर हस्ताक्षर न करने या कोई संयुक्त दस्तावेज जारी न करने, लेकिन लंबित मुद्दों के समाधान के लिए अहम सहमति पर पहुंचने के लिए सहमत हुए हैं.’ चीनी उप विदेश मंत्री ने नेताओं के इस तरह के शिखर सम्मेलन करने का कारण बताते हुए कहा कि यह अनौपचारिक शिखर सम्मेलन अपने आप में इस तरह का पहला सम्मेलन है और दोनों देशों में इस तरह का कोई पूर्व उदाहरण नहीं है. कोंग ने कहा, ‘अनौपचारिक शिखर सम्मेलन में दोनों नेता अति महत्वपूर्ण मुद्दों पर खुले मन से चर्चा करेंगे और विश्वास कायम करने और लंबित मतभेदों के समाधान पर सहमति बनाने का प्रयास करेंगे.’ यह पूछे जाने पर कि क्या बातचीत में डोकलाम मुद्दा और सीमा विवाद का मुद्दा भी उठेगा, कोंग ने कहा कि डोकलाम प्रकरण विश्वास की कमी की वजह से हुआ था. उन्होंने कहा, ‘दोनों देशों को सीमा मुद्दे के समाधान के लिए परिस्थितियां और विश्वास बनाने की जरूरत है.’ चीन में निर्मला-सुषमा की आतंकवाद पर गर्जना एक बार भारत के खिलाफ भी खेल चुके है सचिन विश्व क्रिकेट के शहंशाह सचिन का ये राज कोई नहीं जानता