हर इंसान का सपना होता है कि उसका खुद का घर रहे वह अपनी छत के नीचे जीवन यापन करे। और इसलिए जब भी आप घर बनवाते है तो यही सोंच कर बनवाते है कि उनका घर दिखने में सुन्दर और शानदार दिखाई देना चाहिए, आज कल तो लोग अपने घरों में बालकनी बनवाने लगे है और बालकनी भी ऐसी जगह बनवाते है जहां से सुन्दर किसी द्रश्य को देखा जा सके, लेकिन कुछ लोग तो सुन्दर द्रश्य दिखने के कारण यह तक भूल जाते है कि बालकनी वास्तुशास्त्र के मुताबिक सही बनी है या नहीं अगर बालकनी वास्तुशास्त्र के मुताबिक सही नहीं बनी हो तो घर में नकारात्मक ऊर्जा का अभाव बना रहता है, और भी इसके नकारात्मक परिणाम मिल सकते है इसलिए अपने घर में अगर बालकनी बनवा रहे है तो इस प्रकार बनवाये. वास्तुशास्त्र के मुताबिक यदि आपके घर का मुख्य द्वार पूर्व कि और खुलता है तो बालकनी को भी पूर्व दिशा में खुलना चाहिए यदि आप बालकनी को पूर्व दिशा में नहीं बनवा सकते है तो उत्तर दिशा में बनवा लीजिये शुभ होता है. यदि आपके घर का मुख्य द्वार पश्चिम दिशा में खुलता हो तो आपको बालकनी उत्तर दिशा में बनवाना चाहिए, और बालकनी का फर्श आपके घर के फर्श से थोड़ा नीचे होना चाहिए. वास्तुशास्त्र के मुताबिक यदि आपका घर दक्षिण मुखी है तो, बालकनी को पूर्व या दक्षिण दिशा में बनाना चाहिए, ऐसा करने से घर में सुख और समृद्धि आती है. अक्सर देखा जाता है कि बालकनी का इस्तेमाल लोग स्टोर रूम की तरह करते हैं और पुरानी वस्तुएं और खराब पड़े सामान उसमें भर देते हैं. ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है. हवन पूजा में करें इन लकड़ियों का इस्तेमाल और देखें चमत्कार दूसरों से मांगकर करते है जरूरतें पूरी तो हो जाओ सावधान गृह के दुष्प्रभाव सफलता में बने बाधा तो कर लें ये काम ये खबर पढ़ने के बाद बिमारी आपसे दूर भागने लगेगी