बेहद शुभ है पितृपक्ष में ये 6 संकेत दिखना

पितृपक्ष 17 सितंबर से शुरू हो चुका है और इसका समापन आश्विन मास की अमावस्या तिथि पर होगा। यह एक महत्वपूर्ण समय होता है जब हम अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। इस अवधि में पितरों के नाम का तर्पण और पिंडदान किया जाता है। भारतीय संस्कृति में यह माना जाता है कि पितर इस दौरान धरती पर आते हैं, ताकि अपने परिवार को आशीर्वाद दे सकें और उन्हें अपनी उपस्थिति का अहसास करवा सकें।

पितृपक्ष के दौरान शुभ संकेत पितृपक्ष के दौरान, पितर कुछ संकेत देते हैं, जिन्हें शुभ माना जाता है। यहाँ कुछ प्रमुख संकेतों का विवरण दिया गया है:

कौवे का छत पर बैठना: यदि पितृपक्ष के दौरान कौआ आपके घर की छत या आंगन में बैठता है, तो इसे पितरों की प्रसन्नता का संकेत माना जाता है। कौवे को पितरों का प्रतीक माना जाता है, और उनकी उपस्थिति से यह संकेत मिलता है कि वे आपके परिवार की भलाई में रुचि रखते हैं।

पौधों का दोबारा खिल जाना: यदि आपके घर में कोई मुरझाया हुआ पौधा पितृपक्ष के दौरान अचानक से खिल जाता है या फिर हरा-भरा नजर आने लगता है, तो इसे भी शुभ संकेत माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि पितरों की ऊर्जा और आशीर्वाद से यह बदलाव होता है, जिससे परिवार में सकारात्मकता और खुशहाली आती है।

सपने में पितरों का दिखना: स्वप्न शास्त्र के अनुसार, यदि आप पितृपक्ष के दौरान सपने में अपने मृत रिश्तेदारों या पूर्वजों को देखते हैं, तो यह पितरों की खुश होने का संकेत है। सपनों में उनके दर्शन आपके जीवन में मार्गदर्शन और सुरक्षा का संकेत देते हैं।

घर में काली चींटियों का दिखना: पितृपक्ष के दौरान घर में काली चींटियों का आना भी एक शुभ संकेत है। ऐसा माना जाता है कि जब ये चींटियां आपके घर में आती हैं, तो यह दर्शाता है कि आपके पितर आपसे प्रसन्न हैं और आपके जीवन में सुख और समृद्धि आने वाली है।

किसी जरूरतमंद का आपसे अन्न मांगना: यदि पितृपक्ष के दौरान कोई गरीब या जरूरतमंद आपसे खाने के लिए मांगता है या प्रार्थना करता है, तो इसे भी शुभ संकेत माना जाता है। यह संकेत है कि आपके पितर आपके साथ हैं और आपके अच्छे कर्मों की सराहना कर रहे हैं।

जानवर का भोजन ग्रहण करना: पितृपक्ष में यदि कोई जानवर आपके घर का भोजन ग्रहण कर रहा है, तो इसे भी शुभ माना जाता है। यह दर्शाता है कि पितर आपसे खुश हैं और आपके जीवन में खुशियों का संचार होने वाला है। जानवरों की उपस्थिति आपके जीवन में सकारात्मकता और आशीर्वाद का प्रतीक होती है।

पितृपक्ष एक विशेष समय है, जब हम अपने पूर्वजों को याद करते हैं और उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। इस दौरान मिलने वाले संकेत हमारे जीवन में पितरों के आशीर्वाद का प्रतीक होते हैं। इन संकेतों को समझना और उनका सम्मान करना हमारे लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये हमारे जीवन में सकारात्मकता और खुशहाली लाने में सहायक होते हैं।

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