मुंबई: महायुति की नई सरकार 5 दिसंबर को शपथ ले सकती है। इस शपथग्रहण कार्यक्रम के लिए मुंबई के ऐतिहासिक आज़ाद मैदान को चुना गया है, जो एक प्रतिष्ठित स्थल है और यहाँ पर मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्री शपथ लेंगे। हालांकि, मुख्यमंत्री के साथ कितने कैबिनेट मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी, इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है। यह कार्यक्रम राज्य की राजनीति के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि महायुति के नेतृत्व में यह सरकार राज्य में एक नई दिशा और उम्मीद का प्रतीक बन सकती है। सूत्रों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शपथग्रहण की तैयारियां शुरू कर दी हैं तथा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले इस पूरी प्रक्रिया में सक्रिय रूप से सम्मिलित हैं। बावनकुले स्वयं विधायकों को शपथग्रहण की तारीख और अन्य संबंधित जानकारी दे रहे हैं। उन्होंने शपथग्रहण समारोह के लिए आवश्यक व्यवस्था करने के अलावा, इसके प्रचार-प्रसार की भी जिम्मेदारी संभाली है। 2 या 3 दिसंबर को विधायक दल की बैठक भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, 2 या 3 दिसंबर को मुंबई में विधायक दल की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें पार्टी विधायक दल के नेता का चयन करेंगे। इस बैठक के चलते, विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए भाजपा केंद्रीय नेतृत्व से पर्यवेक्षक भेजेगी। पर्यवेक्षक को इस प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने की जिम्मेदारी दी जाएगी। विधायक दल के नेता के चुनाव के बाद, सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा। इसके साथ ही शपथग्रहण की तारीख की आधिकारिक घोषणा की जाएगी। यह पूरी प्रक्रिया राज्य में महायुति की सरकार के गठन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा। महाराष्ट्र में शपथग्रहण कार्यक्रम का आयोजन हमेशा से एक ऐतिहासिक और राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षण रहा है। 2014 में, जब देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के सीएम बने थे, तब उन्होंने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में शपथ ली थी। इस भव्य समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी भी उपस्थित थे। फडणवीस की सरकार पूरे 5 साल तक चली और इसने राज्य में बीजेपी का मजबूत आधार स्थापित किया। 2019 में, जब देवेंद्र फडणवीस दूसरी बार सीएम बने, तब शपथग्रहण का आयोजन राजभवन में किया गया। हालांकि, इस बार उनकी सरकार विधानसभा में विश्वासमत के लिए नहीं पहुंच पाई थी और उसे स्थगित कर दिया गया। फिर, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महा विकास आघाडी (MVA) सरकार बनी, जो कुछ समय बाद राजनीतिक घटनाक्रमों के कारण समाप्त हो गई। जब उद्धव ठाकरे सीएम बने, तो उन्होंने शपथ के लिए मुंबई के शिवाजी पार्क को चुना था। शिवाजी पार्क को शिवसेना के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है, क्योंकि यहीं पर पार्टी के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे का अंतिम संस्कार हुआ था। शिवाजी पार्क में हर साल 9 नवंबर को बालासाहेब ठाकरे की जयंती मनाई जाती है, तथा इस मैदान का राजनीतिक और सांस्कृतिक महत्व बहुत अधिक है। उद्धव ठाकरे के लिए यह स्थल एक भावनात्मक और राजनीतिक दृष्टि से बहुत खास था। महायुति की विजय और विधानसभा चुनाव परिणाम महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति (बीजेपी, शिंदे सेना, और अजित पवार की पार्टी) को शानदार सफलता मिली है। राज्य की 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटों पर महायुति के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। बीजेपी ने 132 सीटों पर जीत हासिल की है, जिससे वह राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। शिंदे सेना को 57 सीटें मिली हैं, जबकि अजित पवार की पार्टी को 41 सीटों पर विजय प्राप्त हुई है। इस चुनाव में महायुति के लिए यह जीत न केवल राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह प्रदेश के आगामी राजनीतिक परिदृश्य में भी महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देती है। भाजपा ने राज्य में अपनी सत्ता को और मजबूत किया है तथा अब शपथग्रहण कार्यक्रम के बाद यह सरकार अपने कार्यकाल की शुरुआत करेगी। राजस्थान में सड़क हादसा, नहर में कार गिरने से कपल की मौत महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रुपए, केजरीवाल बोले- जल्द शुरू होगा रजिस्ट्रेशन ASI ने कोर्ट में खोल दी संभल मस्जिद की हकीकत, जानिए क्या कुछ बताया ?