जबलपुर : शहर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से भागे कोरोना वायरस पॉजिटिव बंदी जावेद खान को पुलिस ने नरसिंहपुर के मदनपुर में गिरफ्तार कर लिया हैं. जानकारी के अनुसार अस्पताल से भागने के बाद वो ट्रक से राजमार्ग तक गया और वहां से बाइक चोरी करके इंदौर की तरफ भाग रहा था. तभी चेकिंग कर रही पुलिस ने उसे पकड़ा और गिरफ्तार कर लिया हैं. जावेद रविवार शाम 4 बजे भागा था, सुरक्षा में तैनात पुलिस के चार जवान इससे बेखबर रहे. इन चारों जवानों का सस्पेंड कर दिया गया है. जावेद की गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था. बता दें की जावेद जिस वार्ड से फरार हुआ है, उसके बाहर ताला लगा रहता था. सूत्रों की मानें तो वार्ड के दरवाजे पर लगा ताला टूटा पाया गया है. आशंका जताई जा रही है कि जावेद को भागने में बाहर से मदद पहुंचाई गई. पुलिस अधिकारी यह नहीं बता पाए कि घटना के वक्त जावेद हथकड़ी में था या नहीं. बताया जा रहा है कि सुरक्षा के लिहाज से पुलिसकर्मियों को आइसोलेशन वार्ड से दूर रहने के निर्देश मिले थे, जिसका फायदा उठाकर जावेद भाग गया. जावेद को एक अन्य आरोपित के साथ नौ अप्रैल को इंदौर से सेंट्रल जेल जबलपुर लाया गया था. जेल अधीक्षक गोपाल ताम्रकार ने जेल के भीतर प्रवेश न देकर उसे मेडिकल परीक्षण के लिए विक्टोरिया अस्पताल भेज दिया था. विक्टोरिया में भर्ती कर 10 अप्रैल को उसके थ्रोट स्वाब के नमूने जांच के लिए एनआईआरटीएच आईसीएमआर भेजे गए थे. जानकारी के लिए बता दें की 11 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद उसे विक्टोरया से मेडिकल के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया था. जावेद के अलावा तीन अन्य बंदियों को भी इंदौर से भेजा गया है, जो केंद्रीय जेल में बंद हैं. मालूम हो, इंदौर में चंदननगर क्षेत्र में पुलिसकर्मियों पर हमले के मामले में जावेद पर रासुका के तहत कार्रवाई की गई थी और उसे जबलपुर भेजा गया था. ड्यूटी छोड़ शराबखोरी कर रहे पटवारियों की तस्वीर वायरल, हुए सस्पेंड मध्य प्रदेश में कब खुलेंगी शराब दुकानें ? राज्य सरकार ने जारी किया आदेश योगी सरकार का ऐतिहासिक फैसला, यूपी में आए 5 लाख से अधिक प्रवासियों को देंगे रोज़गार