देश के गजल सम्राट के नाम से मशहूर जगजीत सिंह आज के दिन ही साल 2011 में सभी को छोड़कर जाने किस देस चले गए थे. ‘वो कागज की कश्ती’, ‘झुकी झुकी सी नजर’, ‘होंठों से छू लो तुम’ जैसी और भी सेकड़ो गज़ले इस इस गजल सम्राट के नाम है. जगजीत सिंह जैसे भारी और दर्दभरी आवाज का आज भी कोई मुकाबला नहीं कर सकता है. आज उनकी छठी पुण्यतिथि है. जगजीत की गजलों ने न सिर्फ उर्दू के कम जानकारों के बीच शेरो-शायरी की समझ में इजाफा किया बल्कि गालिब, मीर, मजाज, जोश और फफिराक जैसे शायरों से भी उनका परिचय कराया. जगजीत सिंह का जन्म राजस्थान के श्रीगंगानगर में 8 फरवरी 1941 को हुआ था. उनका असली नाम जगमोहन सिंह धीमन था. जगजीत सिंह ने अपनी शुरूआती शिक्षा गंगानगर के खालसा स्कूल में पूरी की थी. जब वह कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय से इतिहास में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे थे तो औरो की तरह ही उनका प्यार भी परवान नहीं चढ़ सका. उन्होंने अपने पहले प्यार के बारे में बताते हुए कहा था कि, "एक लड़की को चाहा था. जालंधर में पढ़ाई के दौरान साइकिल पर ही आना-जाना होता था. लड़की के घर के सामने साइकिल की चैन टूटने या हवा निकालने का बहाना कर बैठ जाते और उसे देखा करते थे. बाद मे यही सिलसिला बाइक के साथ जारी रहा. पढ़ाई में दिलचस्पी नहीं थी. कुछ क्लास मे तो दो-दो साल गुजारे.” बाद में जगजीत की मुलाकात चित्रा सिंह से हुई धीरे-धीरे दोनों में प्यार बढ़ता गया और फिर उन्होने शादी कर ली. बॉलीवुड और हॉलीवुड से जुडी चटपटी और मज़ेदार खबरे, फ़िल्मी स्टार की जिन्दगी से जुडी बातें, आपकी पसंदीदा सेलेब्रिटी की फ़ोटो, विडियो और खबरे पढ़े न्यूज़ ट्रैक पर पत्नी किरण के साथ पूर्व पत्नी रीना का बर्थडे मानाने पहुंचे आमिर खान BCCI की खिलाड़ियों को फटकार... 'पद्मावती' ट्रेलर को मिला अच्छा रिस्पांस देख भावुक हुए खिलजी, शेयर किया खत