रायपुर: छत्तीसगढ़ में राज्यसभा की 2 सीटों पर चुनाव होना हैं। इन दो सीटों पर कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला तथा बिहार की पूर्व सांसद रंजीत रंजन को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस के इस फैसले का निरंतर विरोध हो रहा है। अब छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रमुख अमित जोगी ने भी इस मसले को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला है। अमित जोगी ने लिखा, छत्तीसगढ़ की दोनों राज्यसभा सीटों पर बाहरी उम्मीदवारों को थोपना कांग्रेस की 'जय हो हाईकमान, भाड़ में जाए छत्तीसगढ़ का मान' की सोच का नतीजा है। उन्होंने कहा, कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश के योग्य नेताओं को अवसर न देकर उन्हें नीचा दिखाया तथा प्रदेश का अपमान किया। आगे अमित जोगी ने कहा, अपनी कुर्सी बचाने के लिए भूपेश बघेल ने एक बार फिर छत्तीसगढ़ के मान-सम्मान को दिल्ली में बेच दिया। प्रदेश के लोगों ने कांग्रेस को 71 विधायक इसलिए नहीं दिए थे कि यूपी एवं बिहार की जनता को लाकर छत्तीसगढ़ से सांसद बनाया जाए और तलवे चाटें। आगे जोगी ने कहा, मैं कांग्रेस विधायकों से विनती करता हूं कि छत्तीसगढ़ की अस्मिता एवं मान की खातिर 10 जून को थोपे गए दोनों बाहरी उम्मीदवारों के लिए वोट न करें। पहले छत्तीसगढ़ है फिर राजनीति। यदि हम छत्तीसगढ़ का मान नहीं रख सकते, तो ऐसी राजनीति किस काम की? उन्होंने कहा, स्व अजीत जोगी ने अपने 3 वर्ष के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ से 3 लोगों (कमला मनहर, रामाधार कश्यप एवं मोतीलाल वोरा) को राज्यसभा भेजा था। भूपेश बघेल द्वारा 3 करोड़ छत्तीसगढ़ियों में से एक को भी योग्य न समझना उनकी पोल खोलता है। छत्तीसगढ़ की दोनों सीटों पर कांग्रेस का जीतना तकरीबन निर्धारित माना जा रहा है। दरअसल, कांग्रेस में 90 विधानसभा सीटें हैं। कांग्रेस के पास 71, जबकि भाजपा के पास 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के पास 3 तथा बसपा के पास 2 सीटें हैं। 'किसानों और मजदूरों की आवाज़ दबा नहीं सकते..', काली स्याही फेंके जाने पर बोले राकेश टिकैत 'तुम्हारा पेट कितना बढ़ रहा है, पकोड़े कम खाया करो..', नगरपालिका प्रमुख को CM ममता ने दी सलाह गुजरात में भी लागू होगा 'योगी मॉडल', दंगाइयों से होगी नुकसान की भरपाई