गांधीनगर: जैन समाज के लिए यह खुशी की बात है कि स्वयं को देशभर में अल्पसंख्यक वर्ग में शामिल करवाने के उनके प्रयास रंग लाए हैं। उन्हें गुजरात राज्य में अल्पसंख्यक वर्ग में शामिल कर लिया गया है। दरअसल इस मामले में सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी । जिसमें जैनों को अल्पसंख्यक समुदाय में शामिल करने की जानकारी दी गई। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार की ओर से वर्ष 2014 में जैन समुदाय को अल्पसंख्यक वर्ग का दर्जा दिया गया था।मगर इस पर बाद में अमल नहीं हो पाया था। जिसके बाद देशभर में जैन समाज द्वारा स्वयं को अल्पसंख्यक वर्ग में शामिल होने की मांग उठाई गई थी। गुजरात में जैन समुदाय की जनसंख्या गुजरात में 0.96 प्रतिशत रही। यह जनसंख्या 5.8 लाख बताई गई है। जबकि गुजरात की जनसंख्या 6.4 करोड़ है। उल्लेखनीय है कि जैन समुदाय को अल्पसंख्यकों में शामिल होने के निर्णय पर राज्य की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने स्वीकृति दे दी है। इसके बाद जैन समुदाय को सरकारी सेवाओं, शैक्षणिक संस्थाओं में प्रवेश पाने में आसानी होगी। उल्लेखनीय है कि जैन समुदाय को आर्थिक रूप से सक्षम माना जाता है।