नई दिल्ली: भारत की सबसे पुरानी पार्टी और सबसे अधिक समय तक देश पर शासन करने वाली कांग्रेस ने रविवार (8 अक्टूबर) को इजरायल के लोगों पर हुए आतंकी हमलों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की हिंसा कभी कोई समाधान नहीं देती है और इसे रुकना चाहिए। बता दें कि, गाजा पट्टी में सत्तारूढ़ हमास आतंकवादी समूह और इजरायल के पूर्ण युद्ध छिड़ गया, जिसमें दोनों पक्षों के सैकड़ों लोग मारे गए हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान में कहा है कि उनकी पार्टी का शुरू से ही मानना रहा है कि इजरायलियों की राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को सुनिश्चित करते हुए फलस्तीन के लोगों की वैध आकांक्षाओं को बातचीत के माध्यम से पूरा किया जाना चाहिए। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर जयराम रमेश ने कहा कि, "भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इजरायल के लोगों पर हमलों की निंदा करती है।" जयराम रमेश ने आगे कहा है कि कांग्रेस का हमेशा मानना रहा है कि आत्म-सम्मान, समानता और सम्मान के जीवन के लिए इजरायली लोगों के वैध राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को सुनिश्चित करते हुए बातचीत और वार्ता की प्रक्रिया के जरिए फलस्तीनी लोगों की वैध आकांक्षाएं पूरी की जानी चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा कि, 'किसी भी प्रकार की हिंसा कभी समाधान नहीं देती और इसे रुकना चाहिए।' एक तरह से देखा जाए तो कांग्रेस ने इजराइल पर हुए आतंकी हमले पर बेहद संतुलित प्रतिक्रिया दी है, पहली बात तो, कांग्रेस ने हमले को 'आतंकी हमला' कहने से परहेज किया है, जैसा कि भारत ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है। बता दें कि, इजराइल पर हमला करने वाला 'हमास' एक आतंकी संगठन है। माना जा रहा है कि, कांग्रेस द्वारा खुलकर आतंकी संगठन के बर्बर कृत्यों की आलोचना इसलिए नहीं की गई, क्योंकि उसे अपने मुस्लिम वोट बैंक के नाराज़ होने की चिंता थी। दरअसल, भारत के अधिकतर मुस्लिम खुलकर इजराइल पर हुए आतंकी हमले का समर्थन कर रहे हैं। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के छात्रों ने तो इसके समर्थन में एक मार्च भी निकाला है और 'वे सपोर्ट पैलेस्टिन' के पोस्टर लेकर सड़कों पर अल्लाहु अकबर के नारे लगाए हैं। ये दुखद है कि, हमास के जो आतंकी इजराइल में महिलाओं को नग्न घुमा रहे हैं, उनके मृत शरीरों पर थूक रहे हैं, भारतीय मुस्लिम उनकी निंदा करने की बजाए उनका समर्थन कर रहे हैं। हालाँकि, कांग्रेस ने बेहद नपी-तुली प्रतिक्रिया दी है, लेकिन इजराइल पर हमले की निंदा करने वाले उसके बयान ने ही मुस्लिम समुदाय को नाराज़ कर दिया है, जो इजराइल को एक खलनायक की तरह देखता है। कांग्रेस के इस ट्वीट पर इम्तियाज़ अहमद ने रिप्लाई करते हुए लिखा है कि, ''इसराइल ने जो फिलिस्तीनी जमीन पर जबरजस्ती कब्जा कर रखा है और उसके नागरिकों पर जुल्मों सितम बरपा रहें वो सही है ?? भारत और कशमीर के मसले पर क्या बोलोगे ?? कश्मीरी भी अपनी आजादी के लिए लड़ रहे हैं । दुनिया सब जानती है। गंदी राजनीति से दूर रहो, नहीं तो 2024 बहुत दूर हो जाएगा।'' वहीं, अय्यूब अली ने लिखा कि, ''जो इज़राइल कर रहा है वह आपको दिखाई नही दे रहा है या जयराम रमेश आपको मोतियाबिन्द हो गया है। आज ही गाजा की एक मस्जिद पर हमला किया गया जिसमें 610 फिलस्तिनियो की मौत हो गई। कांग्रेस और उसके नेता सेक्लूरिज्म का ढोंग करना बंद करे।'' बबलू खान ने लिखा है कि, ''फिलिस्तीनी लोग हमारे इमान वाले भाई हैं इसलिये हम उनके साथ खड़े हैं, इजरायली तुम्हारे जीजा हैं क्या, जो तुम उनके साथ खड़े हो।'' वंश आतिफ नामक एक यूज़र ने लिखा कि, ''आ गए बाबरी को शहीद करने वाले चिंदी, इंशाल्लाह कांग्रेस मुक्त भारत होगा एक दिन, हम वोट ना दे, तो तुम्हारा पापू पार्षद का तो चुनाव जीत ही ना पाए, बाबरी के जैसे कांग्रेस के भी टुकड़े-टुकड़े होंगे।'' कामरान खान ने लिखा कि, ''अबे खूनी पंजे ये क्या है नीचे देख, हुनुद और यहुद साथ साथ, कोई फर्क नहीं, जब ये जुल्म नहीं तो वो जुल्म नहीं, तो जुल्म के ख़िलाफ़ जंग हमारी जारी रहेगी।'' आसिफ ने लिखा कि, ''मुसलमानों का वोट माँगने का हक़ खो चुके हो। अगर जरा भी ज़मीर है, वैसे तो नहीं है तुम में, अगर है तो आगे से मुस्लिम का वोट लेने मत आना।'' वहीं, सुरेश पांडे ने इजराइल पर हुए हमले को आतंकी हमला न कहने को लेकर कांग्रेस की आलोचना की है, उन्होंने लिखा है कि, ''अरे जयराम रमेश खुल कर यह क्यों नहीं कहते कि इजरायल के निर्दोष नागरिकों की हमास के आतंकियों द्वारा की गई हत्या की निंदा करते हैं। करीब 40 घंटे बाद आपकी पार्टी जागी है और आधी आंखें ही खोली है हद है तुष्टिकरण की।'' मनोज कुमार ने लिखा कि, ''वाह क्या बात है! शब्दों को घुमा फिरा कर निंदा की और उस ही तरह से फिलिस्तीन के आतंकवादी हमले को जायज भी ठहरा दिया। शव्दों के इस मायाजाल के लिए कांग्रेस को नमन है।'' मनीष कुमार ने लिखा है कि, ''कृपया नाम लेकर निंदा करें, जिन्होंने किया उनका नाम लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट करें। कांग्रेस की ढुलमुल नीति ने देश में आतंकवाद को पैदा किया और बढ़ाया है। आज भी आपकी वही नीति है।'' विकास रंजन ने लिखा है कि, ''30 घंटे के बाद भी कांग्रेस ने हमास के आत्कवादियों का नाम नहीं लिया, ना ही लेंगे, क्योंकि इनको लगता है कि नाम ले दिया तो “हमास” के समर्थक इनको वोट नहीं देंगे।'' आशीष कुमार ने लिखा कि, ''आतंकवाद कि निंदा तो तुम भ्रष्ट काँग्रेसी पिछले 70 सालों से कर रहे हो उसका क्या? कभी आतंकवाद पर कड़ा प्रहार किया है? क्यूँकि धर्म जो तुम्हारे आड़े आ जाता है, वोट बैंक खिसकने का जो खतरा रहता है, आजतक काँग्रेस ने कभी भी खुलकर विरोध नहीं किया, क्यूँ? 2 दिन बाद याद आया वो भी मजबूरी में।'' रजनीश राज ने लिखा है कि, 'वाह री कांग्रेस यहां भी दोगलई कर दिया, सोनिया, राहुल, प्रियंका व खरगे का फोटू नही लगाया। कहलवाया किससे जयराम रमेश से, ताकि मुकर सको कि यह तो रमेश का अपना व्यक्तिगत बयान था। वोट बैंक को खुश करने के लिए कांग्रेस और कितना गिरेगी ?'' बता दें कि, इजरायली सेना के मुताबिक, गाजा पट्टी पर शासन करने वाले हमास के आतंकवादियों ने शनिवार (7 अक्टूबर) की सुबह गाजा पट्टी से इजरायल में 5,000 से अधिक रॉकेट दागे, जबकि हमास के लड़ाके पैराग्लाइडर का इस्तेमाल करके जमीन, समुद्र और हवा से दक्षिणी इजरायल में प्रवेश कर गए और यहां तक कि कई जगहों पर कब्जा कर सीमा के पास इजरायली सैनिक को बंधक बना लिया है। इजरायल में सैनिकों समेत लगभग 500 इजरायली मारे गए हैं और 1,900 से अधिक जख्मी हुए हैं। रविवार को मीडिया रिपोर्टों में कहा गया कि गाजा पट्टी की तरफ, इजरायल की जवाबी कार्रवाई में लगभग 300 मौतें हुई हैं और लगभग 1,500 जख्मी हुए हैं। इजराइल में महिलाओं को नग्न घुमा रहे जो आतंकी, उनके समर्थन में 'अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी' के छात्र! सड़कों पर लगाए अल्लाहु अकबर के नारे महिलाओं को नग्न घुमाने वाले आतंकी 'हमास' के बचाव में मिया खलीफा और स्वरा भास्कर ! अभिनेत्री गौहर खान ने भी किया समर्थन आतंकियों के साथ युद्ध में इजराइल, सेना के साथ खड़े हुए विपक्षी नेता, लोग बोले- भारत में तो सर्जिकल स्ट्राइक का भी सबूत मांग लेता है विपक्ष !