नई दिल्ली : केंद्र द्वारा बीती रात अध्यादेश को मंजूरी देने के बाद तमिलनाडु के राज्यपाल सी. विद्यासागर राव ने जल्लीकट्टू के लिए अध्यादेश जारी कर दिया है. लगभग तीन साल के प्रतिबंध के बाद अब इसका फिर से आयोजन होने का सपना सच होने वाला है. सांडों पर काबू पाने के इस खेल का रविवार को मुदरै के अलगनल्लूर और राज्य के अन्य स्थानों पर आयोजन होगा. जल्लीकट्टू का आयोजन कराने के लिए व्यापक स्तर पर प्रदर्शन होने के कारण पिछले पांच दिनों से राज्य में जनजीवन प्रभावित हुआ था. बता दें कि मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेलवम कल सुबह 10 बजे जल्लीकट्टू जो सांडों पर काबू पाने के इस ग्रामीण खेल का अलगनल्लूर में उद्घाटन करेंगे.जबकि अन्य इलाकों में, संबद्ध क्षेत्रों के मंत्री सुबह 11 बजे इस खेल का उद्घाटन करेंगे. मुख्यमंत्री ने जल्लीकट्टू का समर्थन करने को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का शुक्रिया अदा किया.सम्बन्धित कलेक्टर ने कहा कि इस आयोजन के लिए सभी तैयारियां हो गई है.सरकार की हरी झंडी का इंतजार है. ख़ुशी के इस मौके पर मुख्यमंत्रीओ. पन्नीरसेलवम ने युवाओं, छात्रों और आम लोगों से बड़ी संख्या में भाग लेकर समूचे तमिलनाडु में जल्लीकट्टू कार्यक्रम को बड़े पैमाने पर सफल बनाने का अनुरोध किया.उन्होंने कहा कि जल्लीकट्टू मनाने का हमारा सपना इस साल सच हो गया.बता दें कि केंद्र ने बीती रात अध्यादेश को मंजूरी देकर राज्य सरकार का रास्ता साफ कर दिया था. तमिलनाडु के प्रभारी राज्यपाल सी. विद्यासागर राव अध्यादेश को मंजूरी देने के लिए वह शाम को चेन्नई पहुंचे थे. जलीकट्टू को केंद्र ने दी स्वीकृति, PM बोले तमिल की संस्कृति पर गर्व है जलीकट्टू मामला: सुप्रीम कोर्ट ने मानी केंद्र की बात, एक हफ्ते तक नहीं आएगा फैसला