जम्मू-कश्मीर: पंचायत चुनाव के अंतिम चरण के साथ मजबूत हुआ लोकतंत्र

जम्मू: देश के जम्मू कश्मीर में चल रहे पंचायत चुनाव के नौवें व अंतिम चरण की समाप्ति के साथ जम्मू-कश्मीर में ग्रामीणों के हाथ में विकास की कमान आ गई है। वहीं बता दें कि ग्रामीणों ने आतंकवाद व अलगाववाद को ठेंगा दिखाया है और इसे राज्य में लोकतंत्र की मजबूती के तौर पर देखा जा रहा है। बता दें कि मंगलवार को नौवें चरण का चुनाव कश्मीर के नौ जिलों के 15 ब्लॉकों में हुआ। इसमें 38.8 फीसदी मतदान हुआ।

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वहीं बता दें कि नौ चरणों में संपन्न हुए चुनाव में करीब 74 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया है। प्रशासन ने भी नौवें चरण में किसी अप्रिय घटना से बचने और मतदान को निर्विघ्न संपन्न कराने के लिए कश्मीर के सभी इलाकों में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए थे। इसके साथ ही बता दें कि शुरुआत में मतदान की गति धीमी रही, लेकिन दिन चढ़ने के साथ ही मतदाताओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई, 69728 मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करना था।

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गौरतलब है​ कि इनमें 26298 से अधिक लोगों ने वोट डाले। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी शालीन काबरा के मुताबिक, मंगलवार को कुपवाड़ा में 53.6, बांडीपोर में 46, बारामुला में 38.9, गांदरबल में 20.9, बडगाम में 38.8, पुलवामा में 1.4 और अनंतनाग में 24.8 फीसद मतदाताओं ने वोट डाले।

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