श्रीनगर : रमज़ान के पवित्र महीनें में मुस्लिम समुदाय इबादत में जुटा है और लगभग हर शख्स रोज़े रख रहा है. ऐसे में सोशल मीडिया पर एक विडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि रमजान के महीने में मुस्लिमों को सुबह जगाने का काम एक सिख बुजुर्ग कर रहे हैं. यह विडियो जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का बताया जा रहा है. विडियो में सिख बुजुर्ग ढोल बजाते हुए मुस्लिमों को उठकर रोजा रखने के लिए कह रहे हैं. इसी विडिओ पर प्रतिक्रिया के रूप में एक यूजर ने लिखा है ''क्या मुस्लिम समाज के कुछ लोग भी हिन्दू तीज त्योहारों के अवसर पर इस तरह् की सहृदयता दिखा सकने का साहस करेंगे''.इस अनजाने बुजुर्ग का ये कदम सामाजिक सोहाद्र के रूप में मिसाल के रूप में सराहा जा रहा है. विडियो में ढोल बजाते दिख रहे बुजुर्ग की पहचान तो नहीं हो पाई है. वह ढोल बजाने के साथ-साथ आवाज लगाते हैं, 'अल्लाह रसूल दे प्यारो, जन्नत दे तलबगारो, उठो रोजा रखो.' इस विडियो को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लैटफॉर्म पर तेजी से शेयर किया जा रहा है और इन बुजुर्ग को दुआएं भी दी जा रही हैं. इसी रमज़ान में देश भर से रोज़ा तोड़ कर जरूरतमंदों को रक्तदान करने कि ख़बरें भी आ रही है जो कि सच्ची इबादत की मिसाल से कम नहीं है. इसलिये रमज़ान को इतना महत्व देते है मुसलमान इबादत की मिसाल, जावेद ने हिन्दू बच्चे को लहू देने के लिए तोडा रोज़ा Ramadan 2018 : 2 मुस्लिमों ने दिया हिन्दुओं को खून, अब यह मंदिर देगा 700 रोजेदारों को इफ्तार पार्टी जानिए कहाँ कितने घंटों का होता है रोज़ा ?