श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में कल से निकाय चुनाव के लिए मतदान होना है, जिसके चलते हुर्रियत सम्मेलन के अध्यक्ष मिरवाइज उमर फारूक को आज जम्मू-कश्मीर में शहरी स्थानीय निकाय (यूएलबी) के पहले चरण के पहले घर नज़रबंद कर दिया गया है. राज्य में यूएलबी के चुनाव सोमवार से शुरू होंगे और चार चरणों में होंगे. 6 महीने पहले मरा हुआ व्यक्ति फिर जिन्दा होकर घर वापिस लौटा, जिसने भी देखा रूह काँप उठी 2 अक्टूबर को, पुलिस ने जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के चेयरमैन यासीन मलिक को हिरासत में लिया था. इनके अलावा हार्डलाइन हुर्रियत सम्मेलन के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी भी अपने घर में नज़रबंद हैं. तीन अलगाववादी नेताओं संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (जेआरएल) के बैनर के तहत सोमवार से चुनावों का बहिष्कार करने का आह्वान किया है. जम्मू-श्रीनगर : गहरी खाई में गिरी बस, 15 लोगों की मौत आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर के निकाय चुनाव से मेहबूबा मुफ़्ती की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और फारुख अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी (एनसी) ने चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला लिया है, जिसका बड़ा फायदा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मिल सकता है. इससे पहले जम्मू कश्मीर की दोनों पार्टियों ने सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर केंद्र सरकार अनुच्छेद 35 A और धारा 370 पर अपना रुख स्पष्ट नहीं करती है तो वे चुनाव का बहिष्कार करेंगे, साथ ही उन्होंने विधानसभा और लोक सभा चुनाव के बहिष्कार की भी धमकी दी थी. खबरें और भी:- जम्मू कश्मीर निकाय चुनाव: कल होगा मतदान, राज्य भर में सुरक्षाबल तैनात जम्मू कश्मीर : उत्तराखंड में फिर हुई भूकंप की हलचल जम्मू-कश्मीर बस हादसा : मृतकों की संख्या हुई 22, दर्जनों घायल