जम्मू: हाल ही में मिली जानकारी से यह पता चला है कि एलओसी से घुसपैठ कर नौशेरा के दब्बड़ क्षेत्र में पहुंचे 3 आतंकियों का ग्रुप सेना के ठिकाने व मुगल रोड के बारे में जानकारी जुटाना चाहता था. जंहा बीते सोमवार यानी 30 दिसंबर 2019 की रात को करीब 8 बजे तीनों आतंकी नियंत्रण रेखा से 4 किलोमीटर दूर इस गांव में सेना की वर्दी में घूम रहे थे. इस बीच उनकी मुलाकात गुलाम हुसैन नामक बक्करवाल के बेटे से हुई. उन्होंने पहले उसका मोबाइल लिया और फिर उसे लेकर उसके घर पहुंच गए. वहीं सेना के सूत्रों के अनुसार आतंकियों ने पहले सेना के ठिकाने व मुगल रोड के बारे में पूछा. जंहा फिर उन्होंने खाना बनाने को कहा. वहीं परिवार के सदस्यों को पहले लगा कि वे सेना के जवान हैं और शायद रास्ता भटक गए हैं, लेकिन धीरे-धीरे वह समझ गए कि 3 आतंकी हैं. अनुमान है कि 3 आतंकी मुगल रोड के रास्ते घाटी जाना चाहते थे. जानकारी मिली है कि बाद में धीरे-धीरे परिवार के पुरुष सदस्य वहां से खिसक गए. इनमें से एक ने सेना के पास पहुंच कर सारी सूचना दी. इससे पहले कि सेना वहां पहुंचती, तीनों आतंकी पानी पीकर निकल गए. जिस स्थान पर बक्करवाल का परिवार रहता है, वहां से एक किलोमीटर दूर सेना के कैंप हैं. बक्करवाल परिवार की समझदारी और साहस से आतंकी नापाक साजिश में सफल नहीं हो सके. उत्तरी कश्मीर में रास्ते बंद होने से नौशेरा को चुना: हम आपको बता दें कि पाकिस्तान की ओर से पिछले कई दिनों से आतंकियों को सीमा पार धकेलने की लगातार कोशिशें चल रही हैं. इन्हें घुसपैठ कराने के लिए सीजफायर उल्लंघन की आड़ में कवर फायर भी दिया जा रहा है. उत्तरी कश्मीर में बर्फबारी के चलते घुसपैठ के रास्ते बंद हो जाने के बाद नौशेरा सेक्टर को चुना जा है. बांग्लादेश में फिर शुरू हुई इंटरनेट सुविधा, CAA के चलते लिया था बंद करने का फैसला नव वर्ष की शुरुआत में एक हुए दो विरोधी टीवी के इस चाइल्ड आर्टिस्ट ने फिल्म 'Khaali Peeli' से की बॉलीवुड में एंट्री