जमशेदजी टाटा भारत के प्रसिद्ध उद्योगपति तथा औद्योगिक घराने टाटा समूह के संस्थापक थे. भारतीय औद्योगिक क्षेत्र में जमशेदजी ने जो योगदान दिया वह अति असाधारण और बहुत ही महत्त्वपूर्ण है. जमशेदजी टाटा का जन्म सन 3 मार्च, 1839 में गुजरात के एक छोटे-से कस्बे नवसेरी में हुआ था. जमशेदजी टाटा के पिता का नाम नुसीरवानजी तथा माता का नाम जीवनबाई टाटा था. उनके पिता अपने ख़ानदान में अपना व्यवसाय करने वाले पहले व्यक्ति थे. जमशेद जी ने नौकरी छोड़ अपने पिता के व्यवसाय में हाथ बंटाना उचित समझा. व्यवसाय में उन्हें बहुत रुचि थी. अतः वे सफल व्यवसायी बनने के गुर शीघ्र ही सीख गये. उन्होंने व्यापार की बारीकियो को समझा. अपने व्यापार को विस्तार देने की कड़ी में वे लन्दन भी गये. उस समय उनकी उम्र 25 वर्ष थी. उन्होंने लन्दन में सूती वस्त्र उद्योग पर अधिक ध्यान दिया. इस सम्बन्ध में उन्होंने लंकाशायर और मेनचेस्टर नगरो की यात्रायें की. यह नगर वस्त्र उद्योग के लिए प्रसिद्ध है. जमशेद जी ने एक ऐसे भव्य 'ताजमहल होटल' का निर्माण शुरू करवा दिया. 1903 ई. में यह अति सुंदर होटल बनकर तैयार हो गया. कुछ समय तक इस होटल के दरवाज़े पर एक तख्ती भी लटकती थी, जिस पर लिखा होता था कि ब्रिटिश और बिल्लियाँ अंदर नहीं आ सकतीं होटल ताज महल दिसंबर 1903 में 4,21,00,000 रुपये के शाही खर्च से तैयार हुआ. जमशेदजी टाटा ने 19 मई, 1904 को जर्मनी के बादनौहाइम में अपने जीवन की अंतिम साँसें लीं. अपने आखिरी दिनों में पुत्र दोराब और परिवार के नजदीकी लोगों से उन्होंने उस काम को आगे बढ़ाते रहने के लिए कहा, जिसकी उन्होंने शुरुआत की थी. सड़क हादसे में चार लोगों की मौत बॉलीवुड के ये दो सुपरस्टार बने पोर्नस्टार राज्य के कई जिलों में तापमान बढ़ा हुआ है