जावेद ने दी अजान के लिए लाउडस्पीकर बंद करने की सलाह, मुस्लिम यूजर ने ले ली क्लास

हाल ही में मशहूर गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर ने एक बार फिर से एक ऐसा ट्वीट कर दिया है कि वह सुर्ख़ियों का हिस्सा बन गए हैं. जी दरअसल हाल ही में उन्होंने दूसरों को होने वाली परेशानियों को देखते हुए अजान के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल बंद करने की सलाह दी है. वहीं आपको यह भी बता दें कि यह बात उन्होंने शनिवार की रात किए अपने ट्वीट कही.

 

उनके इस ट्वीट के आने के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई और लोग जमकर इस बारे में ट्वीट कर रहे हैं. जी दरअसल अप्रैल 2017 में गायक सोनू निगम ने भी इस तरह की मांग की थी और उस समय भी जावेद ने उनका समर्थन किया था. ऐसे में अब जावेद ने अपने ट्वीट में लिखा, 'भारत में लगभग 50 सालों तक लाउडस्पीकर पर अजान देना हराम रहा, लेकिन फिर ये हलाल हो गया और इतना हलाल कि इसका कोई अंत ही नजर नहीं आ रहा. लेकिन, इसका अंत जरूर होना चाहिए. अजान से कोई दिक्कत नहीं, लेकिन लाउडस्पीकर से दूसरों को काफी असुविधा होती है. मुझे आशा है कि कम से कम इस बार वे खुद ऐसा कर लेंगे.'

 

वहीं जावेद के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए एक मुस्लिम यूजर ने लिखा, 'आपकी राय से असहमत हूं. कृपया ऐसी टिप्पणियां ना करें जो कि इस्लाम और उसे मानने वालों से संबंधित हों. आपको ये बात पता होना चाहिए कि हम हर बार ऊंची आवाज में गाने नहीं चलाते और ना ही शैतान के हाथों में खेल रहे हैं. अजान किसी को प्रार्थना और जिंदगी के सही रास्ते पर चलने के लिए बुलाने का सबसे सुंदर तरीका है.' वहीं उसका ट्वीट पर यूजर को जवाब देते हुए अख्तर ने लिखा, 'तो क्या तुम ये कहना चाहते हैं कि वे इस्लामिक विद्वान जिन्होंने लगभग 50 साल पहले लाउडस्पीकर को हराम घोषित किया था, वे सभी गलत थे और नहीं जानते थे कि वे किस बारे में बात कर रहे हैं. अगर तुम्हारे पास हिम्मत है तो ऐसा कहो, फिर मैं तुम्हें उन सभी इस्लामिक विद्वानों के नाम बताऊंगा.'

 

वैसे आपको याद हो तो इससे पहले अप्रैल 2017 में गायक सोनू निगम ने भी लाउडस्पीकर पर अजान का मुद्दा उठाते हुए सभी तरह के धर्मस्थलों में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल का विरोध किया था. उस समय उन्होंने कई ट्वीट किए थे. वहीं अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा था, 'ईश्वर सबका भला करे. मैं एक मुसलमान नहीं हूं लेकिन इसके बाद भी मुझे सुबह-सुबह अजान की आवाज के साथ उठना पड़ता है. पता नहीं भारत में ये जबरदस्ती की धार्मिकता कब खत्म होगी. मैं इस बात का भी बिल्कुल समर्थक नहीं हूं कि कोई मंदिर या गुरुद्वारा ऐसे लोगों को उठाने के लिए बिजली का उपयोग करें, जो उनके धर्म को नहीं मानते हों. तो फिर ऐसा क्यों? गुंडागर्दी है बस.'

उस दौरान सोनू को भी लोगों ने जमकर ट्रोल किया था और आज तक कर रहे हैं. वहीं जावेद भी अब इसी लिस्ट में शामिल हो चुके हैं.

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