रामपुर: उत्तर प्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट पर इस बार बेहद दिलचस्प मुकाबला है। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान और भाजपा उम्मीदवार जयाप्रदा आमने-सामने हैं। सपा से दो बार सांसद रह चुकीं इस बार जयाप्रदा भाजपा की प्रत्याशी हैं। आजम से उनके सम्बन्ध बेहद तल्ख हैं। वहीं राज्यसभा सदस्य अमर सिंह भी जयाप्रदा के समर्थन में रामपुर में डेरा डाले हैं। उनके आने से रामपुर की राजनीति गरमा गई है। आजम-अमर के बैर जगजाहिर है। अमर सिंह जगह-जगह जनसभाएं कर आज़म खान पर हमला बोल रहे हैं। इस चुनावी युद्ध का विजेता कौन होगा, यह अनुमान लगाना सरल नहीं है किन्तु, जयाप्रदा की घेराबंदी ने आजम खान की बेचैनी बढ़ा दी है। अपने विवादित बयानों की वजह आजम ही यहां सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा हैं। विरोधी उन्हें प्रत्येक मंच पर घेरते रहे हैं। चार दिन पहले आजम ने जयाप्रदा पर अपमानजनक बयान दिया था, जिस पर देशभर में उनकी आलोचना हुई। इसकी शिकायत निर्वाचन आयोग तक पहुंची। उनकी टिप्पणी को महिला सम्मान के खिलाफ करार देते हुए भाजपा ने इसे बड़ा चुनावी मुद्दा बना दिया है। अमर सिंह और जयाप्रदा हर जनसभा में आजम पर बेहद तल्ख़ हमले बोल रहे हैं। खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने मुरादाबाद की जनसभा में नाम लिए बगैर आजम को दलित विरोधी बताया था। उन्होंने कहा था कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को भूमाफिया करार देने वाले नेता का प्रचार मायावती किस तरह करेंगी। खबरें और भी:- झगड़ालू प्रवृत्ति की हैं साध्वी प्रज्ञा, चाकूबाजी में आया है नाम - भूपेश बघेल गुजरात में गरजे पीएम, कहा- अगर पाक पायलट वापस नहीं करता तो वो रात क़त्ल की रात होती साध्वी प्रज्ञा पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने साधा कुछ इस तरह निशाना