नई दिल्ली: तमिल नाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के निधन को इसी साल दिसम्बर में 2 वर्ष पुरे होने जा रहे हैं, लेकिन उनकी मृत्यु पर अब भी रहस्य बरक़रार है. दिनों दिन इस मामले में एक नया खुलासा सामने आ रहा है. हाल ही में अपोलो हॉस्पिटल के मैनेजमेंट ने मामले की जांच कर रहे अरुमुगास्वामी कमीशन के सामने एक नया खुलासा किया है, अस्पताल मैनेजमेंट ने बताया कि आईजी केएन सथियामुर्ति उन चार पुलिसकर्मियों में से एक थे, जिन्होंने जयललिता के अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान सीसीटीवी कैमरे बंद कराए थे. आईसीआईसीआई बैंक के नए सीईओ के बारे में जाने कुछ खास बातें यह जानकारी देने के लिए अप्पोलो हॉस्पिटल के मैनेजमेंट ने बाकायदा एक 5 पन्नों का हलफनामा बनाया है, जिसमे उन्होंने बताया कि जयललिता के अस्पताल में भर्ती होने के समय, उनके कमरे से उन्हें बाहर और बाहर से भीतर ले जाते समय सीसीटीवी कैमरों को बंद कर दिया जाता था. अस्पताल प्रशासन ने बताया कि उन्होंने ऐसा पुलिस के कहने पर किया था. जम्मू कश्मीर: आतंकियों ने नेशनल कांफ्रेंस के दो कार्यकर्ताओं को मारी गोली आपको बता दें कि जयललिता 5 दिसम्बर 2016 को देहत्याग करने से पहले 75 दिनों तक चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती रही थी. कुछ लोगों का आरोप है कि जयललिता की षडयंत्र के तहत हत्या की गई है. इसलिए कमीशन इस मामले की जांच कर रहा है, लेकिन जयललिता के अस्पताल में भर्ती रहने के समय के सीसीटीवी फुटेज न मिलने के कारण कमिशन अस्पताल प्रबंधन से पूछताछ कर रहा था, जिसमे ये खुलासा किया गया है. खबरें और भी:- एक दिन की कटौती के बाद आज फिर बढ़े पेट्रोल-डीजल के भाव, ये है आज का दाम इस शानदार कीमत में घर ले आए यह दमदार टीवी, जानिए फीचर्स अब लोन के लिए नहीं लगाने पड़ेंगे बैंको के चक्कर, पीपीएफ अकाउंट पर ही मिलेगा लोन