लखनऊ: पश्चिम उत्तर प्रदेश की राजनीति के दिग्गज नेता व राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह के देहांत के बाद अब उनके सियासी उत्तराधिकारी के चयन के लिए आज (मंगलवार) को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग बुलाई गई, जिसमें रालोद की कमान जयंत चौधरी को सौंपी गई. पिता अजित सिंह के इस दुनिया से जाने के बाद जयंत चौधरी के कन्धों पर पूरे 'जाटलैंड' को संभालने और पार्टी को मजबूत करने का जिम्मा होगा. हालांकि, राज्य की बदली सियासी परिस्थितियों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सियासत में रालोद को धुरी बनाकर रखना जयंत चौधरी के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होगा. रालोद के अध्यक्ष के चुनाव के लिए पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग आज बुलाई गई है. कोरोना प्रकोप के कारण यह बैठक वर्चुअल हुई. बता दें कि रालोद की कार्यकारिणी में 34 सदस्य हैं, जिनके द्वारा अजित सिंह के उत्तराधिकारी के चयन के लिए जयंत चौधरी के नाम का प्रस्ताव पारित किया गया, जिस पर सभी सदस्यों ने अपनी मंजूरी दी है. जयंत चौधरी को राष्ट्रीय लोकदल की बागडौर ऐसे समय में मिला है जब पार्टी सबसे कमजोर स्थिति में खड़ी है. बता दें कि जयंत चौधरी के कंधों पर यह चुनौती ऐसे वक़्त में आई है, जब रालोद का प्रतिनिधित्व न लोकसभा में है और न विधानसभा में है. 'टूलकिट' की सच्चाई पर से जल्द उठेगा पर्दा, दो कांग्रेस नेताओं को दिल्ली पुलिस का नोटिस बढ़ते कोरोना मामले को लेकर ग्राम पंचायतों के साथ चर्चा करेंगे येदियुरप्पा गाय हमारी माता है.., गौहत्या रोकने के लिए विधेयक लाएगी असम की हिमंत सरकार