श्रीनगर: नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला के अयोध्या में राम मंदिर को लेकर दिए बयान पर जदयू नेता ने पलटवार किया है. अब जदयू नेता पवन वर्मा ने फारुख अब्दुल्ला के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा है कि उन्हें हिंदुओं को उपदेश देने की कोई जरूरत नहीं है, राम मंदिर देश की आस्था का प्रश्न है और इसी आधार पर इसके बारे में सोचा जा सकता है. इससे पहले फारुख अब्दुल्ला ने राम मंदिर बनाने पर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि अयोध्या में ही राम मंदिर का निर्माण क्यों किया जाना चाहिए, जबकि राम सर्वव्याप्त हैं और पूरी दुनिया के भगवान हैं. चुनाव प्रचार में सीएम योगी आदित्यनाथ रहे सबसे आगे, सबसे ज्यादा थी डिमांड उल्लेखनीय है कि अब्दुल्ला ने कहा था कि राम लोगों के हृदय में निवास करते हैं और अगर अयोध्या में मंदिर बनता भी है तो श्रीराम वहां रहने नहीं आ जाएंगे. इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए जदयू नेता पवन वर्मा ने कहा है कि 'पहले तो अब्दुल्लाह ने कहा था कि दूसरे महत्वपूर्ण मुद्दों की अनदेखी कर राम मंदिर को तूल दिया जा रहा है, फिर उन्होंने कहा कि राम के रहने के लिए मंदिर निर्माण की कोई आवश्यकता नहीं है. ऐसा कहने वाले फारूक अब्दुल्ला होते कौन हैं? यह कोई इसमें और उसमें से चुनने वाला मुद्दा नहीं है, लोग मंदिर जाते हैं पूजा करने के लिए और यह लोगों की आस्था है.' असम पंचायत चुनाव में दूसरे चरण का मतदान जारी जेडीयू नेता ने यह भी कहा है कि सरकारों का काम है कि वह देश में विकास कार्य करें, किसी भी देश में आस्था और विकास के सवाल को एक-दूसरे के खिलाफ में नहीं देखा जाता है. इन दोनों के बीच सही संतुलन होना ही चाहिए, लेकिन हम श्री फारूक अब्दुल्ला से ऐसी कोई और सलाह सुनना नहीं चाहते हैं. खबरें और भी:- मुज़फ्फरनगर: इस इलाके के लोगों ने किया लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार, पहले मांग रहे अपना अधिकार भांजे-भांजियों और बहनों की भलाई के लिए मामा का आना अनिवार्य है - शिवराज सिंह चौहान राजस्थान चुनाव: पहले कहा था वसुंधरा को मोटी, अब मांग रहें हैं माफ़ी