पटना: जम्मू कश्मीर में लागू धारा 370 को हटाने का संकल्प प्रस्ताव राज्यसभा में पेश कर दिया गया है. वहीं, अनुच्छेद 35 A को जम्मू कश्मीर से हटा दिया गया है. धारा 370 को समाप्त करने का प्रस्ताव उच्च सदन में अमित शाह ने पेश किया है. जबकि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से इसकी मंजूरी भी मिल गई है. किन्तु राजनीतिक दलों द्वारा अलग-अलग प्रतिक्रिया आ रही है. एनडीए के कुछ सहयोगी दल भाजपा के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं तो वहीं, कई विपक्षी पार्टियां एनडीए के समर्थन में खड़ी हो गई है. भाजपा की सबसे करीबी पार्टी जेडीयू ने ही इसका जमकर विरोध किया है. जेडीयू ने इसे देश के लिए काला दिन करार दिया है. इसके साथ ही कहा है कि यह लोकतंत्र की हत्या करने जैसा है. बिहार की नितीश सरकार के मंत्री और जेडीयू नेता श्याम रजक ने खुलकर जम्मू कश्मीर विधेयक पर विरोध जताया है. रजक ने कहा कि जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने के प्रस्ताव का हम पुरजोर विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि यह देश के लिए काला दिन है. श्याम रजक ने भाजपा के इस प्रस्ताव को लोकतंत्र की हत्या बताया है. उन्होंने कहा कि जेडीयू ने भाजपा के किसी भी विवादस्पद मामलों में समर्थन नहीं किया है. इसलिए इस पर भी उनकी पार्टी का फैसला अटल है. हालांकि, उन्होंने यह कहा कि मतदान को लेकर पार्टी के नेता और सांसद फैसला लेंगे. धारा 370 हटाए जाने पर बोले कैलाश विजयवर्गीय, कहा- कश्मीरियों को आज मिली असली आज़ादी काहिरा: अस्पताल के सामने हुए धमाके में गई 17 लोगों की जान, 32 घायल इस राज्य के सरकारी कर्मचारियों के लिए बुरी खबर, 15 अगस्त तक नहीं मिलेंगी छुट्टियां