नई दिल्ली : जेट एयरवेज के कर्मचारियों ने वेतन के भुगतान में विलंब और कंपनी की बदहाली के लिए गुरुवार को नरेंद्र मोदी सरकार और कर्जदाताओं को जिम्मेदार ठहराया। वित्तीय संकट के कारण जेट एयरवेज की सभी उड़ानें गुरुवार को अस्थायी रूप से बंद हो गईं, जिस कारण कर्मचारियों के सामने बेरोजगारी का खतरा पैदा हो गया है। आज कुछ महानगरों में दिखाई दी पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी, डीजल स्थिर इकट्ठा हुए सैकड़ों कर्मचारी सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जेट एयरवेज के विभिन्न विभागों के सैकड़ों कर्मचारी यहां जंतर-मंतर पर इकट्ठा हुए और उन्होंने एयरलाइन को दोबारा चालू करने के लिए सरकार से कुछ करने की अपील की। एयरलाइन में सिक्योरिटी सुपरवाइजर ने कहा, "सरकार को इसे बेहतर तरीके से संचालित की होती और आपातकालीन वित्तपोषण प्रदान करके समय पर हस्तक्षेप किया जाता तो एयरलाइन को बचाया जा सकता था। गुड फ्राइडे के अवसर पर आज बंद रहेंगे शेयर बाजार कई समस्याओं का करना पड़ रहा है सामना इसी के साथ उनको पिछले दो महीने से वेतन नहीं मिला है और उनको अपने बच्चों की स्कूल फीस भरने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. प्रदर्शनकारी ज्यादातर कर्मचारियों ने बताया कि उनको बिना भुगतान के अवकाश पर जाने को कहा गया है। इंजीनियरिंग विभाग में काम करने वाले एक कर्मचारी ने कहा कि संकट के लिए कर्जदाता ज्यादा कसूरवार हैं। जेट एयरवेज के शेयर में भारी गिरावट, निवेशकों के करोड़ों रुपए डूबे रायपुर में बड़ा हादसा टला, ट्रांसफार्मर फटने से सड़क किनारे खड़ी बसों में लगी आग असंतुलित होकर पेड़ से टकराई कार, दो कलाकारों की मौत