मुंबई: देश में हवाई यात्रा के लिए पहचानी जाने वाली जेट एयरवेज ने रविवार को विभिन्न गंतव्यों के लिए अपनी कम से कम 14 उड़ानें रद्द कर दी। जानकारी के अनुसार बता दें कि भारत में सफल तौर पर हवाई सफर कराने वाली कंपनी जेट एयरवेज इन दिनों विकट संकट से गुजर रही है। क्योंकि उसके कुछ पायलट अपने बकाये का भुगतान नहीं होने पर असहयोगात्मक रवैया अपनाते हुए काम पर नहीं आए हैं। पंजाब: सिद्धू के विरोध को देखते हुए पंजाब कैबिनेट की बैठक आज यहां बता दें कि इन सभी कारणों से घाटे में चल रही निजी विमान एयरलाइन अगस्त से अपने वरिष्ठ प्रबंधन और पायलटों को पूरा वेतन नहीं दे पा रही है। वहीं बता दें कि एयरलाइन ने सितंबर में इन कर्मियों को आंशिक वेतन दिया था, जबकि अक्टूबर और नवंबर में भी पूरा वेतन नहीं दिया गया। वहीं एक सूत्र ने बताया कि कुछ पायलटों के बीमार पड़ने की वजह बताते हुए छुट्टी लेने के कारण अब तक कम से कम 14 उड़ानें रद्द की गई हैं। इसके साथ ही बता दें कि वे लोग वेतन और बकाये का भुगतान नहीं होने और इस मुद्दे को प्रबंधन के समक्ष उठाने में नेशनल एविएटर्स गिल्ड के उदासीन रवैये का विरोध कर रहे हैं। नौसेना दिवसः गेटवे ऑफ इंडिया रंगो की रौशनी से सजा, सेना ने किया बीटिंग द रिट्रीट का आयोजन गौरतलब है कि जेट एयरवेज की उड़ाने रद्द होने से कई यात्रियों के लिए परेशानी का सामना पड़ा है। वहीं बता दें कि जेट एयरवेज के पायलटों ने धमकी दी थी कि यदि उनकी बकाया तनख्वाह का भुगतान 30 नवंबर तक नहीं किया गया, तो वे अगले महीने से अतिरिक्त ड्यूटी नहीं करेंगे। वहीं उनके इस प्रकार से कहने के बाद माना गया था कि इस मुद्दे पर कथित रुप से नरम रुख रखने वाला एयरलाइन का घरेलू पायलट निकाय नेशनल एविएटर्स गिल्ड कंपनी की मौजूदा वित्तीय हालत पर चर्चा करने के लिए बैठक कर सकता है। खबरें और भी बाबा रामदेव को आया गुस्सा कहा- मंदिर नहीं बना तो भाजपा लोगों का विश्वास खो देगी बुलंदशहर में शिव मंदिर परिसर में अदा की नमाज शशि थरूर ने किया खुलासा, राहुल गांधी आजकल मंदिर दर्शन क्यों कर रहे हैं