झाबुआ : भारतीय क्रिकेट टीम और कप्तान विराट कोहली को झाबुआ के कड़कनाथ रिसर्च सेंटर ने कड़कनाथ चिकन खाने की सलाह दी है। सेंटर ने इस संबंध में भारतीय कप्तान को एक पत्र भी लिखा है। सेंटर के निदेशक ने फैट और कोलेस्ट्रॉल ज्यादा होने के डर से कोहली के ग्रिल्ड चिकन छोड़ने की ख़बर पढ़कर यह पत्र लिखा है। अंतिम टेस्ट मैच शुरू, काली पट्टी बांधकर मैदान पर उतरी दोनों टीमें कड़कनाथ खाने से होंगे यह फायदे प्राप्त जानकारी अनुसार फैट ओर कोलेस्ट्रॉल के कारण कोहली और टीम इंडिया के खिलाड़ी ग्रिल्ड चिकन खाना छोड़कर शाकाहारी डाइट ले रहे हैं तो वे बिना डरे झाबुआ का कड़कनाथ चिकन खा सकते हैं। इसमें न के बराबर फैट और कोलेस्ट्रॉल होता है। इसमें आयरन और ल्यूरिक एसिड पर्याप्त मात्रा में होता है। निदेशक ने पत्र में हैदराबाद के नेशनल मीट रिसर्च संस्थान की रिपोर्ट की प्रति भी संलग्न की है, जो आम चिकन और कड़कनाथ चिकन में मौजूद फैट-प्रोटीन-कोलेस्ट्रॉल आदि के अंतर को दर्शाती है। गुरु आचरेकर की मौत से सदमे में सचिन तेंदुलकर पत्र लिखकर दिया सुझाव निदेशक कि माने तो उन्होंने पढ़ा था विराट कोहली अपनी हेल्थ को लेकर बहुत संजीदा हैं और अपने पसंदीदा ग्रिल्ड चिकन को फैट और कोलेस्ट्रॉल के कारण छोड़कर शाकाहारी डाइट अपना चुके हैं। कोहली व अन्य खिलाड़ी देश की शान हैं और इस कारण उनकी फिटनेस में कहीं कमी आने की आशंका है तो उसके लिए हमने पत्र लिखकर सुझाव दिया है। एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में उतरे दो टेनिस स्टार, चौकाने वाला रहा नतीजा निर्णायक टेस्ट से पहले प्रधानमंत्री से मिलने पहुंचे विराट और टिन पेन अपनी फिटनेस को लेकर नडाल ने कही ऐसी बात