पटना: मशहूर क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी को अपनी कंपनी का ब्रांड एंबेसडर बताकर लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय सायबर फ्रॉड गिरोह क्वे बारें में एक बड़ी बात सुनने के लिए मिली है। पटना पुलिस ने 5 शातिरों को हिरासत में ले लिया है। यह गिरोह राजधानी पटना में बैठे-बैठे पूरे देश के साथ साथ विदेशों से अब तक 2 करोड़ से अधिक की ठगी भी कर चुके है। हैरानी की बात है कि शातिरों में कई ऐसे हैं जो पटना में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी भी कर रहे है। यह गिरोह लोगों को फोन कर उन्हें लोन देने के अलावा इंश्योरेंस करने, GST भरने, केवाईसी अपडेट करने के नाम पर ठगी में लगे हुए थे। लोगों को झांसा देने के लिए इन सायबर अपराधियों द्वारा धानी फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक फर्जी कंपनी बनाकर रखी हुई थी। क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी को शातिर अपनी कंपनी का ब्रांड एंबेसडर भी कह रहे है। धोनी की तस्वीर देखकर लोग भरोसा करते थे और जालसाजों को ठगी करने में आसानी भी हो जाती थी। गिरफ्तार शातिरों में सभी नालंदा शेखपुरा और पटना जिले के निवासी है। जिन लोगों को हिरासत में ले लिया गया है उसमें नालंदा का गौतम, भरत बरबीघा का राजीव रंजन और पटना के मालसलामी क्षेत्र का रहने वाला आकाश शामिल है। शातिरों के पास से पुलिस ने 1। 45 लाख नगद, 10 मोबाइल एक लैपटॉप एक बाइक और धानी फाइनांस नाम की फर्जी कंपनी के दस्तावेज जब्त भी किए जा चुके है। कार्रवाई में इस बात का खुलासा हुआ है कि यह गैंग दिल्ली और छत्तीसगढ़ से डेबिट कार्ड और सिम कार्ड मंगवाता था। सायबर फ्रॉड एक बैंक खाता और डेबिट कार्ड का 10,000 और एक सिम कार्ड का 1500 देता था। सभी सिम और बैंक खाता फर्जी नाम पते पर लिए जाते थे। इन सायबर शातिरों ने पुलिस को इस बात की सूचना है कि दिल्ली छत्तीसगढ़ और यूपी में इस तरह के गिरोह सक्रिय है जो बैंक अकाउंट और सिम बेचते हैं। बीमे की रकम लेने के लिए पति ने कर दी पत्नी की हत्या शादीशुदा पहाड़िया युवती के साथ सद्दाम ने किया बलात्कार, बोला- किसी को बताया तो जान से मार दूंगा माँ-बाप हैं या हैवान ? अपनी ही नाबालिग बेटी को 1 लाख में बेच डाला, पहुंचे जेल