रांची: Jharkhand Assembly Election 2019 विधानसभा चुनाव - 2019 के द्वितीय चरण का शनिवार को मतदान होना है. नक्सलियों के गढ़ में शांतिपूर्ण मतदान सुरक्षा बलों के लिए चुनौती है, लेकिन प्रथम चरण की सफलता से जवानों के हौसले बुलंद हैं. द्वितीय चरण में विधानसभा की 20 सीटों के लिए मतदान होने हैं, जिनमें 12 सीटें घोर नक्सल प्रभावित हैं. वहीं एक दिन पूर्व रांची के नामकुम में बोयदा पाहन के दस्ते को जंगल में अपना कैंप छोड़कर भागना पड़ा, तो दुमका के रानेश्वर थाना क्षेत्र में दो इंसास व भारी संख्या में कारतूस की बरामदगी पुलिस की धमक दिखा रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डीजीपी कमल नयन चौबे ने कहा कि शांतिपूर्ण व निष्पक्ष चुनाव पुलिस की प्राथमिकता है. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं. मतदाता लोकतंत्र के महापर्व में भारी संख्या में शामिल होकर अपने मताधिकार का प्रयोग करें. इधर, कोल्हान के संवेदनशील इलाकों पर आइजी (ऑपरेशन) साकेत कुमार सिंह लगातार नजर बनाए हुए हैं. आइजी (मानवाधिकार) नवीन कुमार सिंह भी शांतिपूर्ण मतदान के लिए विशेष तौर पर लगे हुए हैं. द्वितीय चरण के चुनाव में पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, रांची, सरायकेला-खरसांवा, खूंटी, गुमला व सिमडेगा जिले में मतदान होना है. यहां 140 कंपनी अतिरिक्त सशस्त्र बल व करीब तीन हजार गृह रक्षकों को तैनात कर दिया गया है. ये जवान अपने-अपने कलस्टर पर तैनात हैं. इन बलों में 90 कंपनी अद्ध्र्रसैनिक बल व झारखंड पुलिस के 47 इको कंपनी शामिल हैं. जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि सभी सात जिलों में जिन बाहरी बलों को तैनात किया गया है, उनमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ), ओडिशा पुलिस, महाराष्ट्र पुलिस, मेघालय पुलिस, सिक्किम पुलिस, रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ), बिहार पुलिस, त्रिपुरा पुलिस, इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आइटीबीपी), छत्तीसगढ़ पुलिस, आंध्र प्रदेश पुलिस व मध्य प्रदेश पुलिस शामिल हैं. उन्नाव दुष्कर्म मामला: विधानसभा के बाहर धरने पर बैठे अखिलेश यादव, भाजपा सरकार पर साधा निशाना संसद में नेता संजय सिंह बोले- पूर्वांचल विरोधी है भाजपा, चुनाव के पहले ही मान ली हार झारखण्ड असेंबली इलेक्शन: पी चिदंबरम ने बोले- भाजपा वाले मेरी जमानत का आदेश ठीक से पढ़ लें