लातेहार: हाल ही में भारतीय वायुसेना के एक चॉपर ने गलती से मतदान अधिकारियों की एक टीम को छत्तीसगढ़ में उतार दिया और वहां से चला गया. इन सभी अधिकारियों की पड़ोसी राज्य झारखंड में होने वाले पहले चरण के विधानसभा चुनाव में ड्यूटी लगी थी. आठ मतदान कर्मियों ने लातेहार स्थित जिला मुख्यालय से महुआडांड़ में चटकपुर जाने के लिए हेलीपैड से उड़ान भरी थी. लेकिन उन्होंने खुद को छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के प्रताप्पुर भैंसामुंडा क्षेत्र में पाया. वहीं लातेहार जिला प्रशासन ने 18 सदस्यों की नौ टीम को मनिका विधानसभा क्षेत्र के चटकपुर जिले के लिए रवाना कर दिया है. यह उन 13 विधानसभा सीटों में से एक है जहां 30 नवंबर को पहले चरण के लिए मतदान हो रहे हैं. मतदान कर्मियों में क्षेत्र के नौ मतदान केंद्रों के लिए नौ पीठासीन अधिकारी और नौ प्रथम मतदान अधिकारी शामिल थे. मनिका विधानसभा क्षेत्र में 321 पोलिंग स्टेशन हैं. सूत्रों से मिली जानकरी के मुताबिक गलत लैंडिंग के बारे में पता चलने पर मतदान कर्मियों ने लातेहार के डिप्टी कमिश्नर और जिला निर्वाचन अधिकारी जीशान कमर को सूचित किया. जिन्होंने अपने छत्तीसगढ़ के समकक्ष दीपक सोनी को इसकी जानकारी दी. जल्द ही छत्तीसगढ़ की एक टीम लैंडिंग साइट पर पहुंची और पोलिंग पार्टी के 18 सदस्यों को सुरक्षा प्रदान की गई. इसके बाद वायुसेना के एक हेलिकॉप्टर को लातेहार से मतदान कर्मियों को लाने के लिए भेजा गया जिसने उन्हें उनके मूल गंतव्य तक पहुंचाया. यदि हम बात करें सूत्रों कि तो 'चॉपर रास्ता भटक गया और मतदान कर्मियों को छत्तीसगढ़ के पास उतार दिया. जंहा पायलट ने गलत स्थान का विवरण ले लिया था. वह सभी सुरक्षित हैं और उन्हें चटकपुर वापस लाया जा चुका है.' एक मतदान कर्मी रईस एहमद ने कहा, 'भारतीय वायुसेना के चॉपर के पायलट ने हमें एक क्षेत्र में यह कहते हुए उतरने के लिए कहा कि इंजन ने कुछ तकनीकी खराबी आ गई है. हमने उसकी बात मानी और उतर गए. इससे पहले कि हम कुछ समझ पाते वह हमें छोड़कर चला गया.' दोपहर 2 बजे ठाकरे सरकार का फ्लोर टेस्ट, जानिए अनुमानित विधायक संख्या महारष्ट्र: 3 पहियों की सरकार में खींचतान जारी, कांग्रेस उपमुख्यमंत्री पद पर अड़ी दिल्ली : संसद के बाहर एक लड़की ने दिया धरना, इस वजह से उठाया बड़ा कदम