रांची: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने कंबल घोटाले में जारी एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की जांच की समीक्षा की. इसके साथ ही उन्होंने इस मामले में झारक्राफ्ट के प्रबंध निदेशक को दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई शुरू करने के लिए मंजूरी भी दी. बता दें कि झारक्राफ्ट द्वारा हरियाणा के पानीपत से कंबल की खरीदारी की गई थी. झारक्राफ्ट रांची और कतिपय समितियों ने हरियाणा के पानीपत से कंबल खरीदे थे. 2018 में तत्कालीन मुख्य सचिव को कंबल खरीद में अनियमितता और आपूर्ति की गड़बड़ी को लेकर अर्जी दी गई थी. इसके बाद तत्कालीन विकास आयुक्त द्वारा विभागीय सचिव को तथ्यों की पड़ताल करने का आदेश दिया गया था. महालेखाकार झारखंड ने अनियमितता को लेकर ऑडिट किया. महालेखाकार कार्यालय द्वारा कंबल उत्पादन से लेकर कंबल आपूर्ति में हुई अनियमितताओं को उजागर किया गया. इसके बाद मामले की जांच संयुक्त रूप से कराई गई. तत्पश्चात तत्कालीन प्रबंध निदेशक झारक्राफ्ट द्वारा विकास आयुक्त को जांच रिपोर्ट सौंपी गई और कंबल आपूर्ति में अनियमितता की बात स्वीकार की गई. बता दें कि झारक्राफ्ट ने 23 फरवरी 2018 को विस्तृत जांच रिपोर्ट पेश की थी . इस रिपोर्ट में NHDC के पदाधिकारी, धागा आपूर्ति पदाधिकारी, ट्रांसपोर्टर नसीम अख्तर, तत्कालीन उप महाप्रबंधक झारक्राफ्ट अशोक ठाकुर, मुख्य वित्त पदाधिकारी झारक्राफ्ट और रेनू गोपीनाथ पणिक्कर, मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी झारखंड की अनियमितता में शामिल होने की आशंका जताई गई थी. हिंडाल्को इंडस्ट्रीज हीराकुंड सिलवासा और मुंद्रा संयंत्रों में करेगी इतने करोड़ निवेश बड़ी खबर: PayTM 20 हजार सेल्स एग्जिक्यूटिव करेगा नियुक्त आर्थिक सलाहकार ने कहा- "आर्थिक सुधारों के कारण इस दशक में भारत को 7 प्रतिशत..."