अंकिता को जिन्दा जलाने वाले के बचाव में CM सोरेन के MLA भाई का 'बेशर्म' बयान, देखें Video

रांची: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के विधायक भाई बसंत सोरेन ने दुमका में अंकिता सिंह को जिन्दा जला डालने के मामले में बड़ी बेशर्मी के साथ ‘प्रेम प्रसंग’ खोज लिया है। बसंत सोरेन दुमका से ही MLA हैं। बता दें कि, इससे पहले ही झारखंड की कांग्रेस-JMM सरकार पर वोट बैंक की खातिर कातिल शाहरुख़ को बचाने के आरोप लग रहे हैं। हाल ही में एक DSP नूर मुस्तफा को भी इस मामले से हटाया गया है, जो हत्यारे शाहरुख़ को बचा रहा था। वहीं, CM सोरेन भी इस मुद्दे पर असंवेदनशील बयान दे चुके हैं, उन्होंने अंकिता को जिन्दा जला डालने पर कहा था कि ऐसी घटनाएं होती रहती हैं।   

अब CM सोरेन के भाई बसंत सोरेन अपने गृह जिले में 12वीं की नाबालिग हिन्दू छात्रा अंकिता की हत्या पर शर्मनाक बयान दिया है। बता दें कि अंकिता को शाहरुख़ हुसैन नामक एक मनचले ने पेट्रोल डालकर जिन्दा जला दिया था, जिसके बाद इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई। अंकिता शाहरुख़ से बात भी नहीं करना चाहती थी, मगर शाहरुख़ 2 वर्षों से उसे परेशान कर रहा था। वो आए दिन अंकिता के घर में घुस जाता था। स्कूल जाते समय छेड़खानी करता था। इस मामले में पुलिस पर भी लापरवाही के आरोप लगे, और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने माना कि सरकार से इस मामले में चूक हुई है। वहीं, अब इस मुद्दे पर विधायक बसंत सोरेन ने कहा है कि, 'यह, प्रेम-प्रसंग का मामला है। इसमें निजी या सामाजिक तौर पर कुछ कहा नहीं जा सकता। हमारा-आपका प्रेम है और हमारी-आपकी प्रतिक्रिया है, इसमें घटना को अंजाम देने का काम कोई समाज तो करेगा नहीं न, या कोई पार्टी तो करेगी नहीं न। दो लोग साथ बैठे हुए हैं और उन्होंने मारपीट कर ली। कोई MLA या कोई पार्टी, इसे किसी चीज से जोड़ना गलत है।'

 

उधर, राज्य के पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने इस बयान के वीडियो को शेयर करते हुए लिखा कि, 'हे भगवान! सोरेन परिवार के इन छोटे राजकुमार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई विधायक बसंत सोरेन को सद्बुद्धि दीजिए न। जिस अंकिता को घर में सोई हुए अवस्था में खिड़की से पेट्रोल छिड़क शाहरुख़ और छोटू खान ने जला कर मार दिया, उसमें इनको प्रेम प्रसंग का एंगल कहाँ से दिखाई दे गया?'

अंकिता के परिजनों से मुलाकात करने के बाद बाबूलाल मरांडी ने मीडिया को बताया कि यदि वक़्त पर उपचार मिल जाता तो उसकी जान बच सकती थी। एयरलिफ्ट कर वक़्त पर पीड़िता को राँची के RIMS में लाया जा सकता था। उन्होंने पूछा कि दुमका जिले के सोरेन परिवार के दोनों MLA उस वक़्त क्या कर रहे थे? उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि JMM की सरकार बच्ची की जान बचाने की जगह अपराधियों को बचाने की कोशिश करती है। उन्होंने फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से अपराधियों को कड़ी से कड़ी सज़ा दिलाने की माँग की है।

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