रीना -मीना की दोस्ती बनी मिसाल

रांची : आज फ्रेंडशिप डे है .फ्रेंडशिप यानी की मित्रता. मित्रता अर्थात हर सुख -दुःख का साथी. ऐसे में कोई अपनी दिव्यांग मित्र से मित्रता निभाने के लिए अपना घर तक छोड़ दे ,तो वह सबका ध्यान आकर्षित तो करेगी ही. जी हाँ झारखण्ड की रीना हेंब्रम और मीना मिंज की दोस्ती फ्रेंडशिप की मिसाल बन गई है. उरूगुटु गांव की रहने वाली दोनों लड़कियां एक दूसरे के साथ रहती हैं. दरअसल मीना जन्म से दिव्यांग है जिसकी मदद के लिए रीना हमेशा साथ रहती है.

आपको जानकर अचरज होगा कि रीना ओरमांझी की रहने वाली है, लेकिन दोस्ती निभाने की जिद में अपना घर को छोड़कर मीना के साथ रहने आ गई है . दोनों की दोस्ती को 14 साल हो गए हैं. लेकिन कभी एक-दूसरे का साथ नहीं छोडा़ है .इनकी दोस्ती देखकर सब लोग हैरान हैं. दोनों सहेलियों ने रामगढ़ से नर्सरी से मैट्रिक तक की पढ़ाई पूरी की. फिर रांची में इंटर की पढ़ाई की और स्नातक की पढाई एसएस मेमोरियल कॉलेज से कर रही हैं.

खास बात यह है कि मीना के हर काम में रीना उसका पूरा साथ देती है. उसे रोज पीठ पर लादकर कॉलेज ले जाती हैं. और फिर साथ ही घर लौटती है. इसके अलावा भी रोज की दिनचर्या के अन्य कामों में भी रीना उसकी मदद करती है. इसीलिए रीना ने मीना के लिए अपना घर तक छोड़ दिया है. मित्रता की ऐसी मिसाल कम ही देखने को मिलती है.

यह भी देखें

दोस्त वो है जो थाम के रखता है हाथ, परवाह नहीं उसको कौन है तुम्हारे साथ

दोस्ती निभाना कोई इन दोनों से सीखे, अजीब कहानी मछली और इंसान की

 

Related News