जमशेदपुर: हाल ही में जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र में चुनावी जंग में रोचकता आती जा रही है. जंहा चुनाव चिन्ह के रूप में गैस सिलेंडर मिलते ही पार्टी से बगावत कर क्षेत्रीय विधायक व मुख्‍यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ निर्दल खम ठोंकने कूदे मंत्री सरयू राय रेस से बाहर हो चुके है. वहीं मुख्‍यमंत्री का गढ़ बचाने बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता व पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव भी जमशेदपुर पहुंच चुके है. जंहा यादव ने रामाधीन बागान में समाज के प्रमुख लोगों के साथ बैठक कर रघुवर दास को वोट देने का निवेदन किया. सरयू ने कही ये बात: मिली जानकारी के मुताबिक चुनाव चिह्र मिलने के बाद मीडिया से मुखातिब सरयू राय ने कहा कि उनकी लड़ाई किसी दल से नहीं है. यहां तक कि भाजपा से भी नहीं. उनकी लड़ाई उस प्रवृत्ति के खिलाफ है जिसने जमशेदपुर पूर्वी क्षेत्र में कोहराम मचा रखा है. उसके स्‍वभाव से लोग आहत हैं और अपमानित महसूस कर रहे हैं. जंहा राय ने बताया कि आम आदमी पार्टी और जदयू ने उनका समर्थन किया है और उनकी अपील है कि अन्‍य पार्टियां भी आगे आनेवाले समय में परिस्थिति के अनुरूप फैसला किया जाना चाहिए. किया ये दावा: हम आपको बता दें कि सरयू ने मोरहदा में विजया गार्डेन के पीछे घर टूटने का जिक्र किया और प्रभावितों का दर्द बयां करते हुए दावा किया कि वे विधायक बनेंगे तो उसी जगह घर बनवायेंगे और कोई नहीं तोड़ सकता. जंहा इस कड़ी में उन्‍होंने यह भी जोड़ा कि यह किसके इशारे पर किया गया, छिपा नहीं है. वही अगर साजिशन खास-खास घरों को नहीं तोड़ा गया तो पिफर यह कैसे कहा जा रहा कि अब कोई घर नहीं टूटेगा. उन्‍होंने घरों को तोड़े जाने की कार्रवाई की तुलना राम मंदिर से की और कहा कि जिस क्रूरता से घरों को तोड़ा गया उतनी क्रूरता से मीर बांकी ने भी मंदिर को नहीं तोड़ा होगा. भय से उतरे भाजपा नेता व कार्यकर्ता: ऐसा कहा जा रहा है कि राय ने आरोप लगाया कि जमशेदपुर पश्चिमी के भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को धमकाया जा रहा है कि पूर्वी क्षेत्र में देखा तो खैर नहीं. पीछे सीआइडी लगाने की बात कही जा रही है. सरयू ने कहा कि भाजपा के नेता व कार्यकर्ता भय से उबरें और मन की सुनना चाहिए. पर्चे में पंडित दीनदयाल उपाध्‍याय का कथन: वही सूत्रों ने बताया है कि सरयू राय ने एक पर्चा भी जारी किया जिसे पंडित दीनदयाल उपाध्‍याय का कथन छपा है. पंडित उपाध्‍याय के हवाले से लिखा गया है कि अच्‍छी पार्टी अगर खराब आदमी को टिकट देती है तो जनता को जाहएि कि उसे खारिज कर दे. हो सकता है कि पार्टी ने किसी दबाव में उम्‍मीदवार बनाया जा रहा हो. सीपीआई, टीएमसी और एनसीपी को बड़ी राहत, चुनाव आयोग ने टाला अपना फैसला मनी लॉन्डरिंग मामला: CM कमलनाथ के भांजे रतुल पूरी की जमानत याचिका पर सुनवाई आज मौलाना फजलुर रहमान ने इमरान खान को दिखाया आईना, कहा- अब अपने दिनों को...