नई दिल्ली : गुजरात के दलित नेता और विधायक जिग्नेश मेवाणी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दलितों के खिलाफ हिंसा पर चुप्पी तोडऩे की मांग की है. उन्होंने कोरेगांव-भीमा की घटना में खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि न तो उन्होंने घटना स्थल का दौरा किया था और न तो कोई भडक़ाऊ भाषण ही दिया था. बता दें कि जिग्नेश ने अपने समाज के दलितों के लिए कहा कि यदि दलित शोषण के खिलाफ लडऩा चाहते हैं, तो उन्हें सडक़ों पर उतरना होगा. लेकिन दलित समाज के एक विधायक को निशाना बनाया जाता है, तो आम आदमी बोलने की हिम्मत कैसे कर सकता है? इस मुद्दे पर उन्होंने पीएम मोदी से अपनी चुप्पी तोड़ने का आग्रह किया. उल्लेखनीय है कि जिग्नेश का आरोप है कि दलितों के खिलाफ हिंसा के मामलों में कोई कार्रवाई नहीं हुई है .जबकि पुलिस ने गुरुवार को भडक़ाऊ भाषण देने के आरोप में मेवाणी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.जबकि जिग्नेश का दावा है कि उनके खिलाफ मामला दर्ज करने से दलित आक्रोशित हो सकते हैं, जिसके कारण अधिक हिंसा भडक़ सकती है.हालाँकि उन्होंने दलितों से शांति बनाए रखने की अपील की है . जिग्नेश का नौ जनवरी को दिल्ली में एक रैली करने का इरादा है. यह भी देखें दिल्ली आ रहे जिग्नेश भीमा-कोरेगांव हिंसा पर देंगे जवाब जिग्नेश ने मोदी पर कसा तंज, कहा दुनिया का बेस्ट एक्टर