पटना: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के संस्थापक जीतन राम मांझी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) से भेंट की। उन्होंने कहा कि दशरथ मांझी, जननायक कर्पूरी ठाकुर एवं आजाद भारत में बिहार के पहले सीएम श्रीकृष्ण को भारत रत्न देने की भी मांग की। इसके साथ ही, उन्होंने केंद्रीय मंत्री को एक ज्ञापन सौंपा। हालांकि, अमित शाह एवं जीतन राम मांझी की मुलाकात से पहले बिहार की राजनीति गर्म हो गयी। लेकिन, मुलाकात के पश्चात् मांझी ने तमाम कयासों पर विराम लगा दिया। अमित शाह से मुलाकात के बाद जीतन राम मांझी ने ये स्पष्ट कर दिया कि वो किसी हाल में नीतीश कुमार साथ नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि सिर्फ मैं बीजेपी के साथ नहीं रहा हूं। लालू यादव भी बीजेपी के साथ रहे हैं। स्वयं नीतीश कुमार भी बीजेपी के साथ रहे हैं। फिर बार-बार ये सवाल मेरे से ही क्यों पूछा जाता है। NDA में लोग हैं जिन्होंने खुलकर कहा है कि हिंदुस्तान में छोटी पार्टियों को रहने की आवश्यकता नहीं और मैं छोटी पार्टी में हूं। मैंने कई बार कहा है कि और हमने कसम खाई है कि हम उनके साथ नहीं जाएंगे। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के संस्थापक जीतन राम मांझी ने कहा कि मैंने प्रण लिया है कि मैं नीतीश कुमार के साथ रहूंगा। नीतीश कुमार में पीएम बनने के सभी गुण हैं। वह विपक्षी दलों को एकजुट करने की ईमानदार कोशिश कर रहे हैं। मांझी के बयान के साथ ही, उनके पार्टी बदलने की सारी कयासों पर विराम लग गया है। हालांकि, बता दें कि मांझी निरंतर बिहार में शराबबंदी के खिलाफ बोलते रहे हैं, इसके साथ उन्होंने अपने बेटे संतोष सुमन को भी तेजस्वी यादव से बेहतर बताया था। 'धन्यवाद योगी जी...', असद के एनकाउंटर पर उमेश की पत्नी ने जताया CM का आभार ट्रांसपोर्ट कंपनी के मैनेजर की हुई दर्दनाक हत्या, हैरान कर देने वाला है मामला असद के एनकाउंटर पर आया महुआ मोइत्रा का बयान, जानिए क्या कहा?