छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) के संस्थापक अजीत जोगी ने रायपुर में अपनी जाति को लेकर बड़ा खुलासा करते हुए कि उनकी जाति के मामले में पहला मामला मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने नहीं, बल्कि कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ने दर्ज करवाया था. उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) के सुप्रीमो अजीत जोगी ने और भी कई सनसनीखेज खुलासे करते हुए कहा कि वर्षों तक शासकीय सेवा में रहते हुए आईएएस , आईपीएस और लेक्चरर भी रहे लेकिन 1986 तक किसी ने उनकी जाति को लेकर कोई सवाल नहीं खड़ा किया. इसके बाद जैसे ही वे राजनीति में आए उन पर पहला मुकदमा कर दिया गया. अपनी बातचीत में जोगी ने कहा कि उन्होंने इस शिकायत की जाँच की तो पता चला कि उनके ऊपर दायर किए गए जाति को लेकर मुकदमे के पीछे कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा का हाथ था . कहा जा रहा है कि अजित जोगी आदिवासी नहीं है. हर बार चुनाव से पहले अजीत जोगी की जाति का मुद्दा उठता है और बाद में ठंडा पड़ जाता है. यह मामला अभी भी अनसुलझा ही है . ऐसा क्यों है इसका जवाब तो संबंधित जांचकर्ता ही दे सकते हैं. यह भी देखें दिल्ली के विधायक अयोग्य, तो छत्तीसगढ़ के क्यों नहीं ? युवा उद्घोष कार्यक्रम का विरोध कर रहे है कांग्रेसी