नई दिल्ली: क्रिकेट को अनिश्चितताओं का खेल कहा जाता है। इसमें कभी भी कुछ भी हो सकता है। इसका ही एक नमूना मंगलवार को इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड के बीच नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज मैदान में खेले जा रहे टेस्ट मैच के दौरान सामने आया। इस मैच में इंग्लैंड ने कुछ ऐसा कर दिखाया, जिसकी कल्पना करना भी कठिन था। बड़े स्कोर वाले इस टेस्ट मैच में इंग्लैंड को जीत के लिए अंतिम दिन 72 ओवर में 299 रनों की दरकार थी। माना जा रहा था कि यह टेस्ट ड्रा पर समाप्त होगा। मगर इंग्लैंड के विकेटकीपर बैट्समैन जॉनी बेयरस्टो ने मोर्चा संभाला और उन्होंने कुछ ऐसा कर दिखाया जो लगभग नामुमकिन था। जॉनी बेयरस्टो ने अपनी टीम को जीतने के लिए धुआंधार पारी खेली। उन्होंने टेस्ट मैच में टी20 अंदाज़ में बैटिंग की और महज 77 गेंदों पर शतक ठोंक दिया। उनकी इस तूफानी पारी की मदद से इंग्लैंड ने मात्र 50 ओवर में ही इस मुश्किल लक्ष्य को हासिल कर लिया और यह टेस्ट मैच 5 विकेट से जीत लिया। बेयरस्टो ने 92 गेंदों में 14 चौके और 7 छक्कों की मदद से 136 रन बनाए। इस तूफानी परी के लिए उन्हें 'मैन ऑफ द मैच ' अवार्ड भी दिया गया। इस तूफानी पारी के बाद भी बेयरस्टो 120 वर्ष पुराने एक बड़े रिकॉर्ड को तोड़ने से जरा सा चूक गए। बेयरस्टो ने 77 गेंद में अपना शतक पूरा किया। इंग्लैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज शतक गिलबर्ट जेसोप ने 1902 में जड़ा था। उन्होंने यह शतक 76 गेंदों पर लगाया था। हालांकि, अपनी इस पारी से जॉनी बेयरस्टो ने पाकिस्तान के दिग्गज ऑलराउंडर शहीद अफरीदी और भारत के पूर्व ओपनिंग बैट्समैन वीरेंद्र सहवाग को पीछे छोड़ दिया है। अफरीदी और सहवाग ने 78-78 गेंदों पर टेस्ट शतक जड़ा है। अफरीदी ने यह कारनामा दो बार किया है। एक बार वेस्टइंडीज और एक बार भारत के विरुद्ध। वहीं सहवाग ने यह शतक 2006 में वेस्टइंडीज के खिलाफ जड़ा था। Ind Vs SA: सीरीज में टीम इंडिया ने की वापसी, पहली जीत पर दिग्गजों ने दिया ये रिएक्शन टोक्यो ओलंपिक में बनाए अपने ही रिकॉर्ड को नीरज ने किया ब्रेक एथलीट ऐश्वर्या का बड़ा बयान, कहा- "आपका जन्म ही कुछ हासिल करने..."