दिल्ली: पाकिस्तान में पाकिस्तान की गन्दी करतूत और उनके कारनामों को उजागर करने वाली प्रख्यात पाकिस्तानी पत्रकार और कार्यकर्ता का किसी ने मंगलवार 5 जून को अपहरण कर लिया था. गुल के अपहरण की सूचना मिलते ही सोशल मीडिया पर लोगों ने इसके लिए खुफिया एजेंसियों को जिम्मेदार बताना शुरू कर दिया था. पाकिस्तान के वक्त टीवी के कैब चालक ने पुलिस को बताया कि एक डबल केबिन वाहन से दो लोग उतरे और गुल को अपनी गाड़ी में बैठने को कहा. उन्होंने बताया, 'उनके मना करने पर दोनों ने उन्हें जबरन अपनी गाड़ी में बैठाया और वहां से भाग गए.' जानकारी के मुताबिक अपहरण करने वालों ने चालक से कुछ नहीं कहा. बाद में गुल के परिवार ने स्थानीय थाने में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई. बता दें कि सोशल मीडिया पर इस अपहरण के लिए खुफिया एजेंसियों को जिम्मेदार बताए जाने के बाद कुछ घंटो में वह घर वापस लौट आई. गुल बुखारी 5 जून रात करीब 11 बजे अपने कार्यक्रम के लिए वक्त टीवी जा रही थीं. उसी दौरान अज्ञात बदमाशों ने लाहौर कैंट के शेरपो पुल के पास से उनका अपहरण कर लिया. इस मामले में लोगों का कहना था कि सेना की आलोचना करने के कारण पत्रकार का अपहरण खुफिया विभाग ने कराया है. दुनिया की सबसे महँगी कार, कीमत का अंदाजा नहीं लगा सकते हम पोंछा लगाते प्रधानमंत्री का वीडियो वायरल पर्यावरण दिवस पर प्यारी सी कविता...