देश में न्याय प्रणाली पर सिर्फ आम लोग ही नहीं खुद SC के जज भी प्रश्न उठा रहे है. भारतीय न्याय व्यवस्था के इतिहास में पहली बार सुप्रीम कोर्ट के जज एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस ले रहे है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में SC के दो नम्बर सीनियर जज चेलमेश्वर , जस्टिस मदन राव, जस्टिस कुरियन जोसेफ, जस्टिस रंजन गोगोई और शामिल हुए. ये प्रेस कॉन्फ्रेंस सीनियर जज चेलमेश्वर के घर हुई. जजों ने कहा, दो महीनों में जो हालात हुए उन के कारण प्रेस कांफ्रेंस की जा रही है, पहली बार हम प्रेस के सामने आने को मजबूर है. हम चाहते है की कल को दुनिया हमें ये न कहे की हमने अपनी आत्मा बेच दी. देश में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. CJI की अनियमितता की बात भी कही गई. जजों ने कहा हम चीफ जस्टिस को समझा नहीं पा रहे है. हम चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा को लिखी चिट्ठी सार्वजानिक करेंगे. SC के जजों के बीच का मतभेद आज सार्वजानिक रूप से सामने आ गया है. ऐसे में प्रश्न ये उठता है कि जब देश न्याय के लिए सर्वोच्च न्यायालय की ओर देखता है. तो अब ये जज किस के सामने हालात को ठीक करने की गुहार लगाएंगे ओर ऐसे में देश की दशा क्या होगी. लोगों को सुरक्षित रखता है आरएसएस: पूर्व न्यायाधीश सीबीआई विशेष जज की मौत की जाँच याचिका पर SC में सुनवाई आज कार्ति चिदंबरम को SC ने लगाई फटकार केन्द्रीय विद्यालयों की प्रार्थना के खिलाफ याचिका दर्ज