अक्सर बसों के दुर्घटना का शिकार होने की वजह सरे कई लोग अपनी जान गँवा देते है. आज के समय में लोग लंबी दूरी के लिये ऐसी ही बसों को चुनते हैं, क्‍योंकि उन्‍हें आसानी से सीट भी मिल जाती है और साथ ही आरामदेह सफर भी. आज हम आपको अपने इस लेख में ऐसे बसों में सफर करने के दौरान किन बातों का ख्‍याल रखना चाहिये इसके बारें में बताने जा रहे है. - वोल्‍वो जैसी लग्‍जरी फिचर्स वाली बसों में सीट बेल्‍ट को शामिल किया जाता है। अमूमन लोग, यात्रा के दौरान सीट बेल्‍ट पहनने से कतराते हैं। लेकिन ऐसा करना ठीक नहीं है, जी हां, हाईवे पर तेज रफ्तार के दौरान अचानक ब्रेक लगाने से यात्री अपनी जगह से आगे की तरफ झु‍क जाता है। ऐसी दशा में आपको चोट लग सकती है। तो सीट बेल्‍ट बांधना ना भूलें। - इस बारें में सरकार की तरफ से भी आये दिन प्रचार किया जाता है कि, यात्रा के दौरान विस्‍फोटक या फिर ज्‍वलनशील वस्‍तुयें ना ले जायें। याद रखें- मुल्‍यवान वस्‍तुओं को समेटें, ना कि मौत के सामान को। गैस सिलेंडर, पटाखे, स्‍टोव, एसिड इत्‍यादी जैसी वस्‍तुयें यात्रा के दौरान ना ले जायें. - यात्रा के दौरान कभी भी अपने सामान बस में, सीट के नीचे या फिर अन्‍य जगहों पर ना रखें। ध्‍यान रखें कि, बस के अंदर ऐसे बैग आदि हों जिसे आप आसानी से कैरी कर सकें, जैसे हैंड बैग आदि। - यात्रा के दौरान बच्‍चों पर विशेष ध्‍यान दें, उन्‍हें ऐसी जगह पर बैठायें जहां उन पर आपकी पूरी नजर बनी रहे। उन्‍हें कत्‍तई अकेला ना छोड़ें। किसी भी आपात स्‍थिती में बच्‍चों को सबसे पहले बस से बाहर निकालें। - ऐसी बसों में कुल तीन आपात द्वार (इमरजेंशी गेट) होते हैं। पहला द्वार बस के मध्‍म में होता है, दूसरा बस के पिछे की तरफ और तीसरा बस की छत पर होता है। तो हमेशा अपने दिमाग में इस बात को रखें और आपात स्थिती में तत्‍काल इमरजेंसी गेट को खोले और साथी यात्रियों को भी इससे अवगत करायें। - बसों में अग्निशमन यंत्र लगे होते हैं, लेकिन वक्‍त पड़ने पर वो काम नहीं करते। ऐसी दशा में सरकार और जनता दोनों को सजग रहना चाहिये। आप एक यात्री के साथ ही जिम्‍मेदार नागरिक भी हैं, यदि आपको लगता है कि ये यंत्र सही नहीं है तो इसके बारें में सहचालक से शिकायत करें। इसके अलावा बस में किसी भी प्रकार की आग आदि लगने की स्थिती में घबराये नहीं, पहले अग्निशमन यंत्र का प्रयोग करें। यदि स्थिती नियंत्रित न हो तो अगला कदम उठायें। - यात्रा के दौरान अपने परिजनों सगे संबधियों को यात्रा के बारें में अवगत जरूर करायें। इतना ही नहीं, उन्‍हें थोड़े समय के अंतराल पर वास्‍तविक जगह के बारें में भी जरूर बतायें। - यदि बस का चालक, तेज गति से बस चला रहा है तो उसे रोके और धीमें चलाने को कहें। यदि वो ऐसा नहीं करता है तो इस में डिपो से सम्‍पर्क करने के लिये एक नंबर होता है उस पे फोन करें और शिकायत दर्ज करायें।