अपने पिछले जन्म के बारे में जानना है तो जरा ध्यान दें यहाँ

जन्म और मृत्यु तो विधि का विधान है, जिसने धरती पर जन्म लिया है वह निश्चित ही मरेगा और अगले जन्म में फिर धरती पर प्रवेश करेगा। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार मानव का पिछला जन्म भी होता हैं आज जो भी मानव धरती पर हैं पिछले जन्म में वह कुछ और भी हो सकता हैं। यह सारी चीजें आपके कर्म के अनुसार होती हैं। आज हम आपसे पिछले जन्म के सिलसिले में ही बात करने वाले हैं। दरअसल जब मनुष्य का जन्म होता है तो उसे अपने पिछले जन्म के बारे में कुछ भी याद नहीं रहता है। लेकिन पिछले जन्म को जानने कि जिज्ञासा सभी के अन्दर होती है, और आज हम आपसे इसी सिलसिले में बात करेंगे। तो चलिए देखते हैं कि किस प्रकार से आप अपने पिछले जन्म के बारे में पता कर सकते हैं।

अगर राहु पहले या सातवें स्थान पर बैठा हुआ है तो ऐसे व्यक्ति की अस्वाभाविक मृत्यु हो सकती है। मन भी उलझनों में घिरा रहता होगा और वैवाहिक जीवन भी अस्थिर रहा होगा। 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु अगर आपकी कुंडली में पहले स्थान पर बैठा हुआ है तो आप समझ सकते है कि आप पूर्व जन्म में किसी विद्वान परिवार में जन्मे थे।

अगर कुंडली में गुरु पांचवे, सातवें और नवम स्थान पर बैठा हुआ है तो आप धर्मात्मा और विवेकशील रहे होंगे साथ ही आप पढाई में भी होशियार रहे होंगे।

इन लोगो के जीवन में थोड़े बहुत उतार चढाव आते रहते हैं। और अगर मंगल छठे , सातवे और दसवे स्थान पर हैं तो ऐसे व्यक्ति क्रोधी स्वभाव का रहा होगा और बहुत लोगो को कष्ट दिया होगा।

जिसका जन्म कर्क लग्न में हुआ है और चंद्रमा राशि में बैठा हुआ है तो ऐसे व्यक्ति पिछले जन्म में व्यापारी रहे होंगे। 

 

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