कोलकाता। कोलकाता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश कर्णन का कार्यकाल आज पूर्ण हो रहा है। अपनी सेवानिवृत्ति के अवसर पर न्यायाधीश कर्णन फरार हो गए हैं। कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश कर्णन 9 मई से ही फरार हैं। सर्वोच्च न्यायालय ने न्यायाधीश कर्णन को अवमानना के मामले में 6 माह की सजा सुनाई थी। देश में संभवतः यह पहला मामला था जब किसी उच्च न्यायाय के न्यायाधीश के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। जस्टिस कर्णन द्वारा मद्रास उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के विरूद्ध भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। सर्वोच्च न्यायालय ने 7 न्यायाशीशों की खंडपीठ के माध्यम से न्यायाधीश कर्णन के खिलाफ मामला चलाया था। जस्टिस कर्णन हाईकोर्ट के ऐसे पहले न्यायाधीश थे जिसे सर्वोच्च न्यायालय में पेश किया गया था। हालांकि अब कर्णन गायब हैं और पश्चिम बंगाल पुलिस की टीमें तमिलनाडु व आंध्रप्रदेश में विभिन्न स्थानों पर कर्णन को लेकर तलाश कर चुकी है लेकिन न्यायाधीश कर्णन नहीं मिले हैं। न्यायाधीश कर्णन ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को असंगत बताया था। उन्होंने कहा था कि वे काम नहीं कर पा रहे हैं और इससे उनका जीवन खराब हो रहा है। वे मुआवजे के तौर पर 14 करोड़ रूपए की मांग कर चुके हैं। SC ने 10.52 लाख फर्जी पैनकार्ड को लेकर जताई चिंता अयोध्या मामले में आज तय हो सकते हैं आरोप आडवाणी पहुंचे लखनऊ सुप्रीम कोर्ट ने कहा आईटी रिटर्न के लिए आधार अनिवार्य नहीं, PAN से भी हो सकता है दाखिल