नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस कर्णन के मानसिक स्थिति के जाँच के आदेश दिए है. इस पर जस्टिस कर्णन ने कहा है कि यदि पश्चिम बंगाल के डीजीपी ने उनका जबरदस्ती मेन्टल हेल्थ चेकअप कराया तो हो सकता है कि वह उन्हें सस्पेंड कर दे. मामला ये है कि जस्टिस कर्णन ने नोटबंदी के बाद पीएमओ को पत्र लिख कर कुछ जजों के भ्रष्ट होने का आरोप लगाया था. जस्टिस कर्णन ने यह भी कहा कि दिल्ली के डीजीपी को ऑर्डर देता हूँ कि वह सातो आरोपी जजों का एम्स में मेंटल चेकअप कराए. बता दे कि सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस कर्णन से उनके खिलाफ जारी अवमानना नोटिस का 8 मई तक जवाब माँगा है. कोर्ट का कहना है कि यदि जवाब नहीं दिया गया तो यह मान लिया जाएगा कि उनके पास इस मुद्दे पर कहने के लिए कुछ नहीं है. इतना ही नहीं पिछली सुनवाई जो कि 31 मार्च को हुई थी तब भी सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस कर्णन को 4 सप्ताह का समय देकर जवाब दाखिल करने का आदेश दिया था. किन्तु सोमवार को हुई सुनवाई के दौरान वह कोर्ट में उपस्थित नहीं हुए. ये भी पढ़े जस्टिस कर्णन की मानसिक जांच के लिए बनेगा मेडिकल बोर्ड राम माधव बोले कश्मीर में अलगाववादियों से कोई वार्ता नहीं होगी साध्वी प्राची का विवादित बयान, मौलवियों को तमाचा मारकर हिन्दू धर्म स्वीकारें मुस्लिम महिलाएं