नई दिल्ली: भारत के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के बाद सुप्रीम कोर्ट में वर्तमान में वरिष्ठ न्यायमूर्ति रंजन गोगोई को भारत का अगला मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया जाएगा, उनके 3 अक्टूबर तक शपथ लेने की सम्भावना जताई जा रही है. रंजन गोगोई इस समय मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के बाद सर्वाधिक वरिष्ठ न्यायाधीश हैं. कारगिल चुनाव : बीजेपी का पहली बार खुला खाता, जानें किस पार्टी को बहुमत मिला बताया जा रहा है कि मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने ही उनके नाम की सिफारिश भेजी है, ताकि उनके पद छोड़ने के 30 दिन पहले से न्यायाधीश रंजन गोगोई को भली-भांति नामंकित किया जा सके. इससे पहले केंद्रीय कानून मंत्रालय ने भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा को जज के नाम को आगे बढ़ाने का अनुरोध किया था जो 2 अक्टूबर को उनकी सेवानिवृत्ति पर उनका उत्तराधिकारी होगा. राष्ट्रीय पोषण सप्ताह: ममता ने किया 2020 तक कुपोषण ख़त्म करने का दावा, पर कुछ और ही कहते हैं आंकड़े 18 नवंबर, 1954 को पैदा हुए न्यायमूर्ति गोगोई सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट के अनुसार 1978 में बार कॉउन्सिल में शामिल हो गए थे, उन्होंने मुख्य रूप से गौहती उच्च न्यायालय में अभ्यास किया और 28 फरवरी 2001 को गौहती उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था. न्यायमूर्ति गोगोई सर्वोच्च न्यायालय के उन चार न्यायाधीशों में से एक थे जिन्होंने जनवरी 2018 में अभूतपूर्व प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया था और सुप्रीम कोर्ट के प्रशासन और न्यायपालिका की आजादी जैसे मुद्दों को गंभीरता के साथ उठाया था. खबरें और भी:- इस संगीतकार ने मुनि तरुण सागर पर की थी अभद्र टिप्पणी जलेबी खाते हुए ही संत बन गए थे तरुण सागर महाराज!! पढ़े जैन मुनि तरुण सागर महाराज के सबसे विवादित और कड़वे वचन