नई दिल्ली: देश की सर्वोच्च अदालत से जस्टिस आर बानुमति के सेवानिवृत्त होने के बाद अब न्यायमूर्ति यूयू ललित (Uday Lalit) 20 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम में शामिल होने वाले हैं. बता दें कि न्यायमूर्ति ललित शीर्ष अदालत के पांचवे वरिष्ठ न्यायाधीश होगें जो जजों की नियुक्ति में अपनी भूमिका निभाएंगे. बता दें कि, शीर्ष अदालत और उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की नियुक्ति के साथ ही उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों का ट्रांसफर भी सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिशों पर किया जाता है. न्यायाधीश ललित के अलावा मुख्य न्यायाधीश (CJI) एस ए बोबडे, न्यायाधीश एन वी रमना, न्यायाधीश अरुण मिश्रा और न्यायाधीश आर एफ नरीमन भी सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम में सदस्य हैं. हालांकि न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा 5 सितंबर 2020 को रिटायर्ड हो रहे हैं. आपको बता दें कि न्यायमूर्ति यूयू ललित को 13 अगस्त 2014 को बार से लिया गया था. जून, 1983 में एक वकील के तौर पर अपना कानूनी करियर आरम्भ करने वाले न्यायमूर्ति ललित ने दिसंबर, 1985 तक बॉम्बे उच्च न्यायालय में वकालत की थी. जनवरी 1986 में उन्होंने अपनी वकालत दिल्ली स्थानांतरित कर दी. उन्हें अप्रैल, 2004 में शीर्ष अदालत के वरिष्ठ वकील के रूप में नामित किया गया. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें 2G मामलों में सुनवाई के लिए CBI के विशेष वकील के पद पर भी नियुक्त किया था. ज्वेलर्स ने आपदा को अवसर में बदला, ऑनलाइन माध्यम से जमकर बेच रहे सोना कोरोना काल में भविष्य का डर ! इस पेंशन स्कीम से जुड़े 1.03 लाख नए सदस्य फीकी पड़ी सोने की चमक, चांदी ने पकड़ी रफ़्तार, जानें आज के भाव