गुड़गांव। गुरूग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में हुए प्रद्युम्न हत्याकांड को लेकर, आज जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने महत्वपूर्ण निर्णय सुनाया। अपने निर्णय में जेजे बोर्ड ने निर्णय सुनाते हुए कहा कि, इस मामले में आरोपी छात्र को अडल्ट माना जाए और ऐसे में सेशन ट्रायल कोर्ट में प्रकरण चलाया जाए। गौरतलब है कि, सेशन ट्रायल चलने पर आरोप सिद्ध होता है तो फिर, हत्या के मामले में सजा का अधिकतम प्रावधान होता है। जेजे बोर्ड के स्थान पर सेशन न्यायालय में स्थानांतरण करवाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। माना जा रहा है कि, इस मामले में आरोपी छात्र के फिंगर प्रिंट की जांच की जाएगी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, छात्र की हत्या के नाबालिग आरोपी पर न्यायालय सेशन ट्रायल की कार्रवाई करने पर सहमत हो सकता है। जानकारी सामने आई है कि, सीबीआई का दल फरीदाबाद बोस्टन जेल पहुंचा। दोपहर करीब 2 बजे से 3 बजे तक केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो की फोरेंसिक टीम आरोपी के फिंगर प्रिंट की जाॅंच करने में लगी है। न्यायालय ने कार्रवाई हेतु दोपहर दो बजे का समय तय किया हुआ है। हालांकि आरोपी छात्र के पिता और उसके परिजवार के दूसरे सदस्य दोपहर करीब डेढ़ बजे यहां पहुंच गए और उन्होंने सीबीआई से तय समय से करीब 1 घंअे पूर्व पहुंचने पर विरोध किया। सुनवाई के लिए की जाने वाली औपचारिकताओं के तहत फिंगर प्रिंट की काॅपी पर आरोपी पिता के हस्ताक्षर भी करवाए गए। प्रद्युम्न मर्डर : अशोक को मिली जमानत प्रद्युम्न हत्याकांड- वकील और परिवार पर हमला